पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधान कानून को लेकर हिंसा का दौर जारी है. मुर्शिदाबाद और मालदा में हिंसक घटनाओं का दौर जारी है. इस दौरान बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंदा बोस मालदा पहुंचे. यहां पर उन्होंने हालात का जायजा लिया. उन्होंने कहा, ‘कानून व्यवस्था को बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. इस केस में अगर राज्य को सहायता की आवश्यकता है तो हम केंद्रीय बल भेजने को तैयार हैं. बंगाल में हिंसक घटनाएं लंबे समय से हो रही हैं. उन्होंने कहा, हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. जल्द कड़ी कार्रवाई होगी.
शिविरों में लोगों से मुलाकात करेंगे राज्यपाल
राज्यपाल सीवी आनंद बोस के अनुसार, वे शिविरों में रह रहे लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. वे उनकी जरूरतों को समझेंगे और फिर उचित कार्रवाई करेंगे. राजभवन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, राज्यपाल व्यक्तिगत रूप से स्थिति के आकलन को लेकर मुर्शिदाबाद की अपनी यात्रा को आगे बढ़ा सकते हैं.
घर छोड़ भागे स्थानीय लोग
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर 11 और 12 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जिले के मुस्लिम बहुल इलाकों शमशेरगंज, सुती, धुलियान और जंगीपुर में हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान तीन लोगों की जान चली गई. वहीं कई स्थानीय निवासी अपनी जान बचाने को लेकर घर छोड़कर फरार हो गए. उन्होंने पड़ोसी मालदा जिले में बनाए गए शिविरों में शरण ली.
मुसलमानों को बदनाम करने का प्रयास हो रहा- मौलाना साजिद रशीदी
इस मामले को लेकर मौलाना साजिद रशीदी ने ममता सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा,‘ममता बनर्जी ने मुस्लिमों को दंगाई साबित करने को लेकर इमामों की मीटिंग ली और शांति की अपील की है. जबकि उन्हें सभी समुदाय के साथ बैठक करनी थी. हर जगह से मुसलमानों को बदनाम करने का प्रयास हो रहा है. इस साजिश को मुस्लिमों को समझना चाहिए. जिम्मेदारी तो ममता की ही हैं. उन्होंने सामने आकर कहा कि वह इस कानून को लागू नहीं होने देंगी.जब यह लागू नहीं होगा तो इस पर प्रोटेस्ट का कोई अर्थ नहीं है. ये सारा फेल्योर ममता सरकार का है, ऐसी सरकार को तुरंत गिराकर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए.’