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Exclusive: कैलाश विजयवर्गीय बोले- ममता बनर्जी सफेद साड़ी में सफेद झूठ बोलती हैं, इसलिए...

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने न्यूज नेशन से विशेष बातचीत में कहा कि मध्य प्रदेश में राजनीतिक नेता सुलझे हुए हैं, लेकिन बंगाल में ऐसा नहीं है.

Updated on: 15 Dec 2020, 11:01 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने न्यूज नेशन से विशेष बातचीत में कहा कि मध्य प्रदेश में राजनीतिक नेता सुलझे हुए हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में ऐसा नहीं है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेताओं में भय और आतंक का माहौल है. सीएम ममता बनर्जी और उनके भतीजे के इशारे पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हमला हुआ.

बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ममता बनर्जी के हाथ से बंगाल की सत्ता निकल चुकी है, इसलिए टीएमसी में घबराहट है. उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में रैली के दौरान हमलोगों पर अचानक से बड़े-बड़े पत्थर से हमला कर दिया गया. इस दौरान सीआईएसएफ के जवानों ने हमें बचाया, जिससे कई जवान भी घायल हो गए थे. अगर बंगाल में लॉ एंड आर्डर नहीं है तो ममता सरकार भी नहीं होनी चाहिए.

विजयवर्गीय ने कहा कि ममता आप सफेद साड़ी पहनती हैं, आप उतनी ही सफेद झूठ भी बोलती हैं. बंगाल की सीएम ममता का बयान नड्डा के बारे में शर्मनाक है. ममता बनर्जी को झूठ बोलने में महाराथ हासिल है. हमारे कार्यकर्ताओं ने ममता की जमीन खिंचका दी है, इसलिए हमारे कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं. जनसंपर्क अभियान के दौरान हमारे तीन कार्यकर्ता मारे गए. अब बंगाल ममता के हाथों से निकल चुका है, इसलिए वह ऐसा काम कर रही है. 

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि बूआ और भजीते को सत्ता का अहंकार है. टीएमसी ने अपने नेताओं का अपमान किया है. आने वाले समय टीएमसी में सिर्फ बूआ-भतीजे ही बचेंगे. हम भी ताकतवर हैं कि हिंसा का जवाब हिंसा दे सकते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं करते हैं. अब ममता को बंगाल की जनता जवाब देगी. बंगाल में हमारी सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता है. बंगाल में राजनीतिक का अपराधीकरण हो गया है. 

उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में घुसपैठिये और बांग्लादेशी आ गए हैं, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा है. बंगाल सीमावर्ती राज्य है, अगर यहां इस प्रकार के लोग राज्य करेंगे तो ये देश के लिए खतरा है. ममता को सीएम पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है. सीमावर्ती जिलों में तैनात अधिकारी करोड़ों रुपये कमा रहे हैं. बंगाल में बिना राष्ट्रपति शासन के निष्पक्ष चुनाव होना संभव नहीं है. बंगाल में आदमी की जान सुरक्षित नहीं है. बंगाल में वामपथी सिकुड़ गए हैं. अगर राम का वोट राम को मिलता है तो ये अच्छी बात है.