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वॉन्टेड अपराधी को पकड़ने आए बिहार के थानेदार की बंगाल में पीट-पीटकर हत्या

एक तरफ पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है. लेकिन इसके बावजूद यहां एक थानेदार की कुछ बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी.

Updated on: 10 Apr 2021, 01:11 PM

highlights

  • थानेदार अश्वनी कुमार पनतापारा गांव में वॉन्टेड अपराधी की तलाश में निकले थे
  • शव को पुलिस ने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है
  • शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात करीब 2 बजे इस अपराध को अंजाम दिया गया था

 

कोलकाता:

एक तरफ पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है. लेकिन इसके बावजूद यहां एक थानेदार की कुछ बदमाशों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि मृतक बिहार का थानेदार था, जो कि बंगाल एक कुख्यात वॉन्टेड अपराधी को पकड़ने आए थे. पूरा मामला पश्चिम बंगाल के पंजीपाड़ा थाने के पनतापारा गांव का है. इसी गांव में वॉन्टेड अपराधी छिपा हुआ था, जिसे पकड़ने बिहार के किशनगंज के थानेदार अश्वनी कुमार गए थे, लेकिन उन पर गांव वालों ने हमला कर दिया. इस हमले में थानेदार की मौत हो गई. 

और पढ़ें: पश्चिम बंगाल में जारी मतदान के बीच वोटिंग लाइन में खड़े शख्स की हत्या

मिली जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात करीब 2 बजे इस अपराध को अंजाम दिया गया था. थानेदार अश्वनी कुमार पनतापारा गांव में वॉन्टेड अपराधी की तलाश में निकले थे. रात में अश्वनी बंगाल के स्थानीय थाने पहुंचे, जहां थाना प्रभारी ने ओडीओ को उनके साथ जाने के लिए कहा. इसके बाद ओडीओ ने कहा कि आप चलिए हम आते हैं. थानेदार अश्वनी कुमार अकेले ही अपराधी को पकड़ने के लिए गांव पहुंच गए. यहां पर  गावं वालों ने लाठी, डंडे से पीट-पीटकर थानेदार की बेरहमी से हत्या कर दी. 

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किशनगंज सदर के थाना प्रभारी अश्विनी कुमार सदर थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की घटना की जांच के क्रम में एक आरोपी को पकड़ने ढेकसारा के पास एक गांव पहुंचे हुए थे. यहां के लोगों ने चोरी के आरोपी का घर पश्चिम बंगाल के पनतापारा बता दिया.

इसके बाद पुलिस की टीम जैसे ही उस गांव में पहुंची, लोगों ने उन्हें घेर लिया. आसपास के लोग भी वहां जमा हो गये. इतने में पुलिस टीम भी अपने को बचाने में जुट गई. लोगों के हमले में मौके पर ही थाना प्रभारी की मौत हो गई.

पूर्णिया प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुरेश कुमार चैधरी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि शव को पुलिस ने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मृतक पुलिस अधिकारी पूर्णिया के जानकीनगर के रहने वाले थे. घटना के बाद पुलिस घटनास्थल पहुंच गई है. चौधरी ने बताया कि आारोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

इस पूरे मामले के सामने आने के बाद बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने पीड़ित परिवार को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की तरफ से 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की मांग की है. 

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बता दें कि आज यानि की शनिवार को पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के लिए वोटिंग की जा रही है.  चौथे चरण में कुल 44 सीटों पर वोटिंग हो रही है, जिनमें कूचबिहार की 9, अलीद्वारपुर की 5, दक्षिण 24 परगना की 11, हावड़ा की 9 और हुगली जिले की 10 विधानसभा सीटें शामिल हैं.  ऐसे में वोटिंग से पहले एक थानेदार की हत्या राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करते हैं. 

वहीं कूचबिहार (Coochbehar) के शीतलकुची में वोटिंग करने के लिए मतदान केंद्र पर लाइन में खड़े एक 18 साल के शख्स की हत्या (Murder) कर दी गई है. बताया जा रहा है कि यह युवक बीजेपी (BJP) का कार्यकर्ता था. मृतक बीजेपी कार्यकर्ता का नाम आनंद बर्मन बताया जाता है.

जानकारी के अनुसार, बंगाल के कूच बिहार जिले के सीतलकुची स्थित बूथ संख्या 285 पर यह घटना हुई है. यहां वोट डालने पहुंचे एक 18 साल के युवक को कुछ लोगों ने गोली मार दी. बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया है कि आनंद जब वोट देने के लिए कतार में खड़ा था, उसी समय कथित तौर पर टीएमसी के कर्मियों ने उस पर बंदूक और बम से हमला किया. इस हमले में गोली लगने से उसकी मौत हो गई. पुलिस ने  मामले की जांच शुरू की है. फिलहाल चुनाव आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया है और प्रशासन से एक्शन रिपोर्ट मांगी है.