PM Modi, Shah पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर बंगाल विधानसभा में हंगामा

पश्चिम बंगाल विधानसभा में मंगलवार को एक बार फिर जोरदार हंगामा हुआ, जब स्पीकर बिमन बंदोपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तृणमूल कांग्रेस विधायक सावित्री मित्रा द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों पर चर्चा की मांग करते हुए भाजपा द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. रविवार को मालदा जिले के रतुआ में एक जनसभा में माणिकचक विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस की विधायक साबित्री मित्रा ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को दुर्योधन और दुशासन बताया. बैठक में, उन्होंने दावा करते हुए एक और टिप्पणी भी की- भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गुजरात राज्य का कोई योगदान नहीं है.

पश्चिम बंगाल विधानसभा में मंगलवार को एक बार फिर जोरदार हंगामा हुआ, जब स्पीकर बिमन बंदोपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तृणमूल कांग्रेस विधायक सावित्री मित्रा द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों पर चर्चा की मांग करते हुए भाजपा द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. रविवार को मालदा जिले के रतुआ में एक जनसभा में माणिकचक विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस की विधायक साबित्री मित्रा ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को दुर्योधन और दुशासन बताया. बैठक में, उन्होंने दावा करते हुए एक और टिप्पणी भी की- भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गुजरात राज्य का कोई योगदान नहीं है.

author-image
IANS
New Update
Suvendu Adhikari

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter )

पश्चिम बंगाल विधानसभा में मंगलवार को एक बार फिर जोरदार हंगामा हुआ, जब स्पीकर बिमन बंदोपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तृणमूल कांग्रेस विधायक सावित्री मित्रा द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों पर चर्चा की मांग करते हुए भाजपा द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. रविवार को मालदा जिले के रतुआ में एक जनसभा में माणिकचक विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस की विधायक साबित्री मित्रा ने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को दुर्योधन और दुशासन बताया. बैठक में, उन्होंने दावा करते हुए एक और टिप्पणी भी की- भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गुजरात राज्य का कोई योगदान नहीं है.

Advertisment

प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री पर सत्तारूढ़ दल के विधायक की टिप्पणियों पर चर्चा की मांग को लेकर मंगलवार को भाजपा विधायकों ने सदन के भीतर स्थगन प्रस्ताव पेश किया. हालांकि, अध्यक्ष ने यह कहते हुए प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि यह मामला पश्चिम बंगाल से संबंधित नहीं है.

भाजपा विधायक और फैशन डिजाइनर से राजनेता बनीं अग्निमित्रा पॉल ने एक जवाबी सवाल उठाया कि कैसे प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में अपमानजनक टिप्पणी राज्य से संबंधित मामला नहीं है. हालांकि, अध्यक्ष अपने रुख पर अड़े रहे और प्रस्ताव को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. इस पर भाजपा समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए सदन के भीतर विरोध प्रदर्शन किया. सत्ताधारी पार्टी के कुछ विधायक जिनमें चंद्रिमा भट्टाचार्य और शशि पांजा जैसे राज्य के कुछ मंत्री शामिल हैं, विपक्षी नेताओं के साथ तीखी बहस करते देखे गए.

अंत में भाजपा विधायकों ने विरोध में सदन से वॉकआउट किया. बाद में, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि यह काफी अजीब है कि सत्ताधारी पार्टी के एक विधायक द्वारा प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में की गई अपमानजनक टिप्पणी को गंभीरता से नहीं लिया गया. अधिकारी ने दावा किया, तृणमूल कांग्रेस के विधायक कैसे दावा कर सकते हैं कि गुजरात का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कोई योगदान नहीं है, जबकि महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल उसी राज्य से थे.

यह चौथी बार है जब विधानसभा के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान भाजपा विधायकों द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्तावों को अध्यक्ष ने स्वीकार नहीं किया. अधिकारी ने पहले ही सूचित कर दिया है कि भाजपा विधायक दल अगले साल विधानसभा के अगले बजट सत्र में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Bengal news Bengal assembly PM modi amit shah
      
Advertisment