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ममता बनर्जी के साथ हुई घटना पर TMC आज उठाएगी काला झंडा, जताएगी विरोध

सीएम ममता बनर्जी ने हॉस्पिटल से वीडियो जारी कर लोगों को शांति बनाएं रखने की अपील की. साथ ही कहा कि मैं व्हील चेयर से ही प्रचार प्रसार करुंगी. अपने कार्यक्रम को रद्द नहीं करुंगी.

Updated on: 11 Mar 2021, 11:57 PM

highlights

  • पश्चिम बंगाल पुलिस ने चुनाव आयोग को सौंपी रिपोर्ट.
  • रिपोर्ट में अटैक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया.
  • रिपोर्ट में पुलिस का प्रथम दृष्टया मानना है कि ममता पर अटैक नहीं हुआ.

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हुए हमले के विरोध में टीएमसी कार्यकर्ता शुक्रवार को काले झंडे उठाएंगी और मौन विरोध के निशान के रूप में काली पट्टियों से अपने मुंह को ढँकेंगी. पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि इस घटना की हम निंदा करेंगे. बता दें कि सीएम ममता बनर्जी नंदीग्राम में घायल हो गई थीं. जिसके बाद से उनका इलाज कोलकाता के एक अस्पताल में चल रहा है. सीएम ममता बनर्जी ने हॉस्पिटल से वीडियो जारी कर लोगों को शांति बनाएं रखने की अपील की. साथ ही कहा कि मैं व्हील चेयर से ही प्रचार प्रसार करुंगी. अपने कार्यक्रम को रद्द नहीं करुंगी. वहीं, ममता बनर्जी के साथ हुई इस घटना से बंगाल की सियासत पूरी तरह से गर्म है. बीजेपी इस घटना की जांच की मांग कर रही है, तो कांग्रेस इसे ममता बनर्जी का नाटक बता रही है. 

बीजेपी ने ममता बनर्जी पर कथित हमले की जांच की मांग की
भाजपा ने गुरुवार को नंदीग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कथित हमले की विस्तृत जांच की मांग की. भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से कोलकाता में मुलाकात की और कथित हमले की सच्चाई सार्वजनिक क्षेत्र में लाने के लिए वीडियो फुटेज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया. चुनाव निकाय को लिखे एक पत्र में, भाजपा के प्रताप बनर्जी, सब्यसाची दत्ता और शिशिर बजोरिया ने कहा, "हम टीवी पर यह देखकर हैरान हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में घायल हो गई हैं, जबकि उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें धक्का दिया गया है."

उन्होंने लिखा कि यह मुख्यमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा एक बहुत गंभीर आरोप है. उन्होंने कहा, "हम चिंतित हैं कि इस तरह की घटना विशेष रूप से कैसे हो सकती है, जहां निदेशक सुरक्षा और अतिरिक्त निदेशक सुरक्षा दोनों घटनास्थल पर मौजूद थे. नंदीग्राम में पुलिसकर्मी हजारों की संख्या में थे, उनकी उपस्थिति के बावजूद सूरक्षा में ऐसी चूक खतरनाक है." उन्होंने मांग की कि एक विस्तृत जांच का आदेश दिया जाए और बुधवार की घटना का वीडियो फुटेज सार्वजनिक क्षेत्र में उपलब्ध कराया जाए, ताकि किसी भी प्रकार का संशय मिट सके.