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दिलीप घोष के बयान पर TMC का पलटवार, इसलिए के लिए रचा गया ड्रामा

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ दल तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने बीजेपी नेता दिलीप घोष पर पलटवार किया है. टीएमसी सांसद ने कहा कि दिलीप घोष की ओर से लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं

Updated on: 27 Sep 2021, 07:12 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ दल तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने बीजेपी नेता दिलीप घोष पर पलटवार किया है. टीएमसी सांसद ने कहा कि दिलीप घोष की ओर से लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि दिलीप घोष आज ऐसे क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने गए थे, जहां उनका विरोध था. इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने दिलीप घोष के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. बड़ी मुश्किल से दिलीप घोषण अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ वहां से बचकर भागे. 

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टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि इस दौरान दिलीप घोष के सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ पर बंदूकें तानी. टीएमसी नेता ने कहा कि अंतत: किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. यहां तक कि मैंने खुद दिलीप घोष की मुस्कुराते हुए और जय श्रीराम के नारे लगाते हुए तस्वीरें देखीं हैं. टीएमसी नेता ने कहा कि यह केवल मीडिया का आकर्षण पाने के लिए एक रचा गया ड्रामा था. चुनाव के लिए अब जो भी समय बचा है, हम उसमें एक शांतिपूर्ण प्रचार देखना चाहते हैं. आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल के भवानीपुर में होने जा रहे उपचुनाव को टालने की मांग की है. दिलीप घोष ने कहा कि हमें प्रचार नहीं करने दिया जा रहा है. हम मतदाताओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में चुनाव कराने का कोई मतलब नहीं रह गया है.  दिलीप घोष ने कहा कि आज मैं जब भवानीपुर में प्रचार कर रहा था, तब टीएमसी कार्यकर्ताओं ने मुझे गंदी गंदी गालियां देनी शुरू कर दी. मैं वैक्सीनेशन केंद्र पर कुछ लोगों से बात कर रहा था, तो कुछ लोग आए और मुझे घेर लिया. भीड़ के रूप में आए लोगों ने मेरे साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी.

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इस दौरान हमारे एक कार्यकर्ता को बुरी तरह से पीटा गया. मेरे उपर भी हमला किया गया. जब मेरे सुरक्षाकर्मियों ने यह सब रोकने का प्रयास किया था. उन्होंने हमलावरों को डराने के लिए अपनी बंदूकें निकाल लीं. लोगों ने अर्जुन सिंह ​को भी घेर लिया और वापस जाओ के नारों के साथ उसको क्षेत्र से वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया. भाजपा नेता ने कहा कि चुनाव आयोग को इसकी पूरी जानकारी है. हमने एक नहीं कई बार दिल्ली और कोलकाता में चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है. बावजूद इसके, सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए. प्रचार के दौरान जब हमें मतदाताओं से ही नहीं मिलने दिया जा रहा तो चुनाव कराने का क्या फायदा? लोग लगातार डर के माहौल में जी रहे हैं.