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पश्चिम बंगाल: TMC नेता का बयान- भाजपा के कई MP और MLA हमारे संपर्क में

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच शुरू हुई विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है.

Updated on: 17 Jun 2021, 07:43 PM

highlights

  • TMC से BJP में शामिल हुए नेताओं की BJP में बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं: कुणाल घोष 
  • TMC नेता कुणाल घोष ने प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर गंभीर आरोप लाए
  • टीएमसी नेता ने कहा कि राज्यपाल बंगाल के भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष की तरह कर रहे काम

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (west bengal assembly elections) के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार बनने के बाद चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए TMC नेता एक-एक कर अपने पुराने घर की ओर लौट रहे हैं. इस बीच टीएमसी महासचिव कुणाल घोष (West Bengal TMC General Secretary Kunal Ghosh) ने कहा कि टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए नेताओं की बीजेपी में बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है. कई नेता हमारे संपर्क में हैं लेकिन अंतिम फैसला ममता बनर्जी करेंगी. कम से कम 7-8 भाजपा विधायक और तीन भाजपा सांसद टीएमसी नेतृत्व के साथ बातचीत कर रहे हैं.

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प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर गंभीर आरोप

वहीं, टीएमसी नेता कुणाल घोष ने प्रदेश के राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर गंभीर आरोप लाए हैं. उन्होंने कहा कि राज्यपाल भाजपा के सदस्य की तरह काम कर रहे हैं और सरकार को परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह भाजपा द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा बन गए हैं। वो पश्चिम बंगाल में टीएमसी को मिले लोगों के जनादेश को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि वो एक ऐसी स्थिति बनाने की कोशिश कर रहे हैं जहां उन्हें अनुच्छेद 355 या 356 के साथ पिछले दरवाजे से प्रवेश करने का मौका मिल सके. टीएमसी नेता ने कहा कि राज्यपाल पश्चिम बंगाल के भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं और राजभवन भाजपा कार्यालय बन गया है। राज्यपाल की भूमिका को लेकर ममता बनर्जी पहले ही पीएम को दो-तीन पत्र लिख चुकी हैं.

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पश्चिम बंगाल की राजनीति में इन दिनों घमासान

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की राजनीति में इन दिनों घमासान मचा है. जिसकी वजह चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए टीएमसी नेताओं की घर वापसी है. जिन पर 'सुबह का भूला शाम को घर आ जाए, तो उसे भूला नहीं कहते' वाली कहावत सटीक बैठ रही है. भाजपा में लगभग चार साल बिताने के बाद मुकुल रॉय भी आखिरकार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में वापस लौट आए हैं. मुकुल रॉय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वह कई भाजपा विधायकों के साथ बातचीत कर रहे हैं. संकेत साफ है कि आने वाले दिनों पश्चिम बंगाल BJP में बड़ी टूट दिखाई पड़ सकती है.