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शिक्षक भर्ती घोटाला : एक करोड़ के AC अपार्टमेंट में रहते हैं मंत्री पार्थ चटर्जी के 4 पालतू कुत्ते 

पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) भर्ती में करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पाया है कि घोटाले के आरोपी मंत्री पार्थ चटर्जी आलीशान तरीके से जिंदगी जीते हैं.

Updated on: 26 Jul 2022, 06:01 PM

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पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) भर्ती में करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पाया है कि घोटाले के आरोपी मंत्री पार्थ चटर्जी आलीशान तरीके से जिंदगी जीते हैं. उन्होंने अपने चार पालतू कुत्तों के लिए अलग से एक वातानुकूलित (AC) अपार्टमेंट बना रखा है. ईडी के अधिकारी पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी सभी संपत्तियों की छानबीन कर रहे हैं. ईडी के अफसर पार्थ चटर्जी से जुड़े संपत्तियों को तीन श्रेणियों में अलग-अलग करने की कोशिश कर रहे हैं. 1- चटर्जी के सीधे स्वामित्व वाली संपत्तियां. 2- उनके करीबी विश्वासपात्रों या अर्पिता मुखर्जी जैसे सहयोगियों के साथ संयुक्त रूप से उनके स्वामित्व वाली संपत्ति. 3- वैसी संपत्ति, जो उन्होंने अपने सहयोगियों को उपहार में दी थी.

कुत्तों के लिए अलग है पूरा एसी अपार्टमेंट 
जांच में जुटे ईडी के अधिकारी चटर्जी के स्वामित्व वाले एक आलीशान फ्लैट को देखकर चकित रह गए कि उनके चार पालतू कुत्ते एसी लगे अपार्टमेंट में रहते हैं. मंत्री का यह आवास दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में उसी पॉश डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स में है, जिसमें उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी का आवास है, जहां से ईडी ने भारतीय और विदेशी मुद्राओं के रूप में विशाल खजाना बरामद किया है. ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि हमारे अनुमान के अनुसार पालतू कुत्तों को समर्पित वातानुकूलित फ्लैट का अनुमानित बाजार मूल्य 1 करोड़ रुपए से अधिक होगा. उन्होंने कहा कि हमारे पास उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक अर्पिता मुखर्जी का आवास उसी परिसर में है, जहां से भारी मात्रा में नकद राशि बरामद की गई थी. बताया जाता है कि यह आवास चटर्जी ने उन्हें उपहार में दिया था. इसके अलावा उसी परिसर में दो अन्य फ्लैट हैं, जिनमें से एक का स्वामित्व मंत्री के पास है और दूसरे का अर्पिता मुखर्जी के पास है.

अकूत संपत्ति के मालिक हैं पार्थ चटर्जी
सूत्रों के मुताबिक एजेंसी के अधिकारियों के पास बीरभूम जिले के बोलपुर-शांति निकेतन, हुगली जिले के जंगीपारा, हावड़ा जिले के डोमजुर और दक्षिण 24 परगना जिले के जोका में कई आवास हैं, जो सीधे चटर्जी के स्वामित्व में हैं या संयुक्त रूप से स्वामित्व में हैं. अधिकारी ने बताया कि इन संपत्तियों के श्रेणी-वार अलग-अलग कर अनुमानित बाजार मूल्य के आधार पर हम इसका मूल्यांकन कर रहे हैं.

45 करोड़ की जमीन पर बनवा रहे हैं स्कूल
इसके अलावा ईडी ने पश्चिम मिदनापुर जिले के खड़गपुर अनुमंडल के अंतर्गत पिंगला में एक निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय श्रेणी के स्कूल का पता लगाया है, जिसका नाम मंत्री की मृत पत्नी बबली चटर्जी के नाम पर रखा गया है. ईडी के पास उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार, जिस जमीन पर स्कूल बना है, उसकी कीमत 45 करोड़ रुपए है, जिसका भुगतान उस समय किया गया था, जब चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे.