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सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो दिल्ली दंगों की जांच: ममता बनर्जी

माल्दा जिले के सुजापुर में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए.

Updated on: 05 Mar 2020, 08:00 AM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में हुए दंगों की सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए. इन दंगों में कम से कम 42 लोग मारे गए हैं. माल्दा जिले के सुजापुर में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में ‘दंगों का गुजरात मॉडल’ अपनाया गया. 

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बता दें, इससे पहले ममता बनर्जी ने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर निशाना साधने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) की आलोचना की और कहा कि उपदेश देने के बजाए उन्हें दिल्ली हिंसा में निर्दोष लोगों की जान नहीं बचा पाने के लिए माफी मांगनी चाहिए. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल कट्टरता और घृणा के बगैर बेहतर है और आरोप लगाया कि बीजेपी प्रदेश में यह फैलाने की कोशिश कर रही है.

बता दें, इससे पहले अमित शाह ने कहा था कि, बंगाल में जब हम प्रचार करने आए थे हमें यात्रा नहीं निकालने दी,कार्यकर्ताओं पर लाठियां चलाईं, 40 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान चली गई. मगर ममता दी ये सब करके आप हमें रोक पाई हो क्या! जितना ज़ुर्म करना है कर लो बंगाल की जनता अब आपको जान चुकी है.

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उन्होंने कहा, लाखों शर्णार्थियों के लिए caa लाए. पीएम ने शरणार्थियों को नागरिकता का तोहफा दिया लेकिन अब लोगों को कागजों के लिए डराया जा रहा है. उन्होंने कहा, caa किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगा. कोई कितना भी विरोध कर ले नागरिकता देकर रहेंगे.