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श्रीरामपुर हुगली में TMC 7वीं बार दोहराएगी इतिहास, या कोई और मारेगा बाजी

श्रीरामपुर हुगली (Sreerampur Hooghly) जिले का एक विधानसभा क्षेत्र है. पहले इसे सेरमपुर कहा जाता था. 2011 के चुनाव में इसे बदलकर श्रीरामपुर कहा जाने लगा.यहां राम-सीता का एक बेहद ही प्रसिद्ध मंदिर है. 

Updated on: 21 Dec 2020, 04:05 PM

नई दिल्ली :

श्रीरामपुर हुगली (Sreerampur Hooghly) जिले का एक विधानसभा क्षेत्र है. पहले इसे सेरमपुर कहा जाता था. 2011 के चुनाव में इसे बदलकर श्रीरामपुर कहा जाने लगा.यहां राम-सीता का एक बेहद ही प्रसिद्ध मंदिर है. 

श्रीरामपुर हुगली की जनसंख्या 

यह शहर कई सदियों पुराना है और इसने सामंती व्यवस्था के विकास और पतन दोनों को देखा है.सेरामपुर की जनसंख्या 2011 में 181,842 थी. पुरुषों की जनसंख्या का 51.55 प्रतिशत और महिलाओं का 48.45प्रतिशत था. इसकी औसत साक्षरता दर 88.73 प्रतिशत थी, जो राष्ट्रीय औसत 74.04 प्रतिशत से अधिक थी: पुरुष साक्षरता 92.75 प्रतिशत और महिला साक्षरता 87.05 प्रतिशत थी. 7% जनसंख्या 6 वर्ष से कम आयु की थी.

कब किसने इस सीट की कमान ली अपने हाथ में 

इस सीट पर फिलहाल टीएमसी का कब्जा है. 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी के डॉ सुदीप्तो रॉय ने कांग्रेस के शुभांकर सरकार को हराया था. डॉ सुदीप्तो रॉय को 74,995 वोट मिले थे. वहीं शुभांकर सरकार को 65,088 वोट मिले थे. वहीं तीसरे नंबर पर बीजेपी थी. 

2011 के विधानसभा चुनाव में भी यह सीट टीएमसी के कब्जे में ही थी. डॉ सुदीप्तो रॉय इस सीट की कमान संभाल रहे थे. पिछले छह बार से यह सीट टीएमसी के कब्जे में हैं. देखना है कि इस बार क्या टीएमसी इतिहास को दोहराएगी या कोई और बाजी मार ले जाएगा.