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CM ममता बनर्जी के नामांकन को शुभेंदु अधिकारी ने दी चुनौती, किया ये दावा

टीएमसी (TMC) अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने 10 मार्च को नंदीग्राम सीट से नामांकन दाखिल किया था. वहीं शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने 11 मार्च को इस सीट से नामांकन दाखिल किया.

Updated on: 15 Mar 2021, 05:55 PM

highlights

  • बंगाल की सियासत में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है
  • नेता एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं
  •  ममता बनर्जी के नामांकन को शुभेंदु ने चुनौती दी है 
 

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बंगाल की सियासत में आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. यहां नेता एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं. वहीं, टीएमसी छोड़कर बीजेपी में आए शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  (Mamata Banerjee) के नामांकन को चुनौती दी है. शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने चुनाव आयोग (Election Commission) से किए गए शिकायत में कहा है कि ममता ने अपने खिलाफ दर्ज केस को छुपाया है. उन्होंने कहा, तृणमूल (TMC) की हमारी सम्मानित ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपने हलफनामे में 6 मामलों के बारे में नहीं लिखा है. सीबीआई से संबंधित एक मामला है और असम में 5 अन्य केस हैं. मैंने चुनाव आयोग में अपील की है और मुझे उम्मीद है कि वह इसे भी सुलझा लेंगे.

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दरअसल, टीएमसी (TMC) अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने 10 मार्च को नंदीग्राम सीट से नामांकन दाखिल किया था. वहीं शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने 11 मार्च को इस सीट से नामांकन दाखिल किया. कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने मीनाक्षी मुखर्जी को नंदीग्राम से उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) दिसम्बर में ही तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. तृणमूल की टिकट पर 2016 में अधिकारी ने नंदीग्राम से भाकपा के उम्मीदवार को 81,230 मातों के अंतर से मात दी थी. शुभेंदु अधिकारी के टीएमसी छोड़ने के बाद ममता ने एलान किया था कि वह नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ेंगीं.  

वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी के पैर में चोट आई है. अब ये तय नहीं हो रहा चोट कैसे आई. चुनाव आयोग कहता है हमला नहीं हुआ है हादसा हुआ है. दीदी आपके पैर में चोट आई आप बहुत दुखी हो गईं. आपकी राजनीतिक हिंसा ने मेरे 130 कार्यकर्ताओं की जान ली है आप उनकी माताओं का दर्द जानती हैंं.