पश्चिम बंगाल से अलग गोरखालैंड राज्य बनाने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने लगातार 10वें दिन शनिवार को भी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन जारी रखा। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने भी इस बीच अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान कर रखा है।
दार्जिलिंग के अनेक हिस्सों में इस बीच लगातार सातवें दिन समाचार चैनलों का प्रसारण बंद रखा गया, जिसका जीजेएम और अन्य राजनीतिक दल विरोध कर रहे हैं।
शुक्रवार को जीजेएम के 43 नेताओं ने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) से एक साथ इस्तीफा दे दिया। साथ ही जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुं ग ने यह भी कहा है कि इस बार जीटीए चुनाव नहीं होंगे और अगर चुनाव कराने की कोशिश की गई तो वे उसे बाधित करेंगे।
पुलिस ने 15 जून को गुरुं ग के दार्जिलिंग स्थित आवास पर छापेमारी की थी, हालांकि तब से ही गुरुं ग भूमिगत चल रहे थे और शुक्रवार को सबके सामने आए। शुक्रवार को सामने आने के बाद गुरुं ग ने जोर देकर कहा है कि पश्चिम बंगाल के इस पर्वतीय जिले में बंद अनिश्चितकाल तक के लिए जारी रहेगा।
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बंद के कारण विभिन्न स्कूलों में फंसे बच्चों को घर लौटने के लिए जीजेएम द्वारा 12 घंटे की मोहलत दिए जाने के बाद शुक्रवार को हजारों की संख्या में विद्यार्थियों को छात्रावासों से निकाला गया।
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Source : IANS