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TMC ने I-PAC को बोर्ड में किया शामिल, PK और ममता का साथ रहेगा कायम

विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल करने के बाद ममता बनर्जी ने अगले बंगाल चुनाव के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी हैं. इसके लिए  तृणमूल कांग्रेस ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की भारतीय राजनीतिक कार्रवाई समिति (I-PAC) को बोर्ड में शामिल कर लिया है.

Updated on: 15 Jun 2021, 11:41 AM

highlights

  • ममता बनर्जी ने अगले बंगाल चुनाव के लिए तैयारी शुरू की
  • प्रशांत किशोर का संगठन टीएमसी के साथ काम जारी रखेगा
  • बंगाल चुनाव में TMC के चुनावी रणनीतिकार रहे हैं प्रशांत किशोर

कोलकाता:

विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल करने के बाद ममता बनर्जी ने अगले बंगाल चुनाव के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी हैं. इसके लिए  तृणमूल कांग्रेस ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की भारतीय राजनीतिक कार्रवाई समिति (I-PAC) को बोर्ड में शामिल कर लिया है. इससे साफ की साल 2026 तक प्रशांत और ममता का साथ बना रहेगा. बंगाल विधानसभा चुनाव 2026 में टीएमसी को विजयी बनाने के लिए पीके एक बार फिर बंगाल में खेला कराएगी. टीएमसी (TMC) से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पीके और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के बीच नाता बना रहेगा. सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर का संगठन पहले की तरह ही टीएमसी के साथ काम जारी रखेगा.

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बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव में प्रशांत किशोर टीएमसी के चुनावी रणनीतिकार रहे हैं. इससे पहले वह बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित कई पार्टियों के लिए भी काम कर चुके हैं. प्रशांत किशोर पहली बार चर्चा में आए जब वर्ष 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव में वह नरेंद्र मोदी के लिए चुनावी रणनीति बनाने में जुटे थे. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनावों में भी अपनी रणनीति के बलबूते प्रशांत किशोर ने बीजेपी को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.

2016 में कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर को अपना रणनीतिकार बनाया और उन्हें जीत मिली. इस जीत का क्रेडिट कई दिग्गज नेताओं ने प्रशांत किशोर को दिया. इसके बाद यूपी विधानसभा चुनाव में भी वो कांग्रेस के रणनीतिकार रहे लेकिन पार्टी बुरी तरह हार गई. 2020 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में उन्होंने आम आदमी पार्टी के लिए काम किया और शानदार जीत दिलाई. अब एक बार फिर बंगाल चुनाव में उनकी रणनीति कामयाब हुई है. लेकिन उत्तर बंगाल में उनकी रणनीतियों प केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की रणनीति भारी पड़ी. प्रहलाद सिंह पटेल उत्तर बंगाल की कुल 42 विधानसभा सीटों के प्रभारी रहे.

बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव में ने नार्थ बंगाल की कुल 8 लोकसभा सीटों में से 7 पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. बीजेपी की लोकसभा चुनाव में भारी सफलता देख ममता बनर्जी समेत वामदलों और कांग्रेस को भी झटका लगा था. भविष्य के खतरे को भांपते हुए और इस क्षेत्र में पार्टी की पकड़ मजबूत बनाने के लिए ममता ने इसकी जिम्मेदारी सियासी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को सौंपी थी.