ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन, 5 गिरफ्तार (Photo Credit: सोशल मीडिया)
कोलकाता:
इस साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस समेत तमाम पार्टियां मतदाताओं को लुभाने में जुट गई हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का दबदबा देखते हुए बीजेपी अपने ही अंदाज में जनता का भरोसा जीतने का प्रयास कर रही है. इसके साथ-साथ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी तेज होते जा रहे हैं. सरकार के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए निश्चित रूप से ममता बनर्जी का सिरदर्द बढ़ गया है. ममता बनर्जी इस बात को बहुत अच्छे से जानती हैं कि चुनाव के समय सरकार के खिलाफ इस तरह का विरोध प्रदर्शन उन्हें काफी महंगा पड़ सकता है.
ये भी पढ़ें- पुदुच्चेरी: कांग्रेस ने गंवाया बहुमत, चुनाव से ठीक पहले 4 विधायकों ने दिया इस्तीफा
इसी कड़ी में मंगलवार सुबह पैरा शिक्षकों ने ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. पैरा शिक्षकों का एक ग्रुप बिना इजाजत लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास आदि गंगा पहुंच गए और नदी में डुबकी लगाते हुए राज्य सरकार के खिलाफ अनोखा विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कालीघाट स्थित आदिगंगा नदी को पार कर ममता के आवास तक पहुंचने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने आदिगंगा नदी में छाती तक पानी में प्लेकार्ड्स लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए. बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे पैरा शिक्षकों को राज्य के मदरसा शिक्षकों और शिक्षा मित्रों का भी भरपूर साथ मिला.
ये भी पढ़ें- चमोली जैसी आपदा से बचने के लिए ऋषिगंगा नदी में लगाए गए वॉटर लेवल सेंसर
बंगाल सरकार के खिलाफ ममता बनर्जी आवास के पास हो रहे इस प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही कोलकाता पुलिस कमिश्नर सोमेन मित्र बिना देरी किए कालीघाट पहुंच गए. पुलिस ने इस मामले में प्रदर्शन कर रहे 5 शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन के लिए किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी थी. बता दें कि अभी हाल ही में वाम दलों ने ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ बंगाल बंद का ऐलान किया था.
Para teachers plunged into Aadi Ganga just besides Chief Minister Mamata Banerjee’s house in protest... Pishi has been ignoring their demands for long, just like she has been ignoring aspirations of several other groups... pic.twitter.com/PpgpNmNcw0
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 16, 2021