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गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के लुक में पीएम मोदी ने सुभाष बाबू की शान में गढ़े कसीदे

नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल में बंगाली संस्कृति के बड़े नायक रवींद्रनाथ टैगोर के लुक में नजर आए. प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में पश्चिम बंगाल का दौरा किया है.

Updated on: 23 Jan 2021, 06:35 PM

नई दिल्ली:

नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल में बंगाली संस्कृति के बड़े नायक रवींद्रनाथ टैगोर के लुक में नजर आए. प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में पश्चिम बंगाल का दौरा किया है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हुए कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मोदी कोलकाता पहुंचे. इस दौरान प्रधानमंत्री पूरी तरह सफेद पोशाक में नजर आए. उनका लुक और गेटअप रविंद्रनाथ टैगोर से मिलता जुलता नजर आया था.

पीएम नरेंद्र मोदी सफेद कुर्ता, चूड़ीदार पायजामा और क्रीम कलर की शॉल में नजर आए. मोदी के हाथ में मास्क भी था, जोकि सफेद रंग का था. यही नहीं पीएम नरेंद्र मोदी के बाल भी गुरुदेव रविंद्रनाथ टैगोर जैसे लग रहे थे. दाहिने हाथ में टंगी शॉल, लंबी दाढ़ी, सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे में मोदी का लुक टैगौर जैसा नजर आ रहा था. 

आपको बता दें कि कोलकाता आने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने असम के शिवसागर में एक कार्यक्रम में शिरकत की थी. यहां उनका लिबास अलग था, लेकिन पीएम मोदी कोलकाता में दूसरे कपड़ों में नजर आए. पीएम नरेंद्र मोदी सबसे पहले कोलकाता में नेताजी भवन में पहुंचे. इस दौरान उन्होने सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी चीजों का निरीक्षण किया. 

कोलकाता में पीएम नरेद्र मोदी ने कहा कि आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला क्षण है. बचपन से जब भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी का नाम सुना, मैं किसी भी स्थिति-परिस्थिति में रहा, इस नाम से एक नई ऊर्जा से भर गया. उन्होंने कहा कि आज कोलकाता में आना मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला क्षण है. बचपन से जब भी ये नाम सुना- नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मैं किसी भी परिस्थिति में रहा हूं, ये नाम कान में पड़ते ही मैं एक नई ऊर्जा से भर गया. इतना विराट व्यक्ति है उनका. आज के ही दिन मां भारती की गोद में उस वीर सपूत ने जन्म लिया था, जिसने आजाद भारत के सपने को नई दिशा दी थी.
 
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज के ही दिन ग़ुलामी के अंधेरे में वो चेतना फूटी थी, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सत्ता के सामने खड़े होकर कहा था, मैं तुमसे आजादी मांगूंगा नहीं, छीन लूंगा. मैं नेता जी की 125वीं जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उन्हें नमन करता हूं. मैं आज बालक सुभाष को नेताजी बनाने वाली, उनके जीवन को तप, त्याग और तितिक्षा से गढ़ने वाली बंगाल की इस पुण्यभूमि को भी नमन करता हूं.