Murshidabad Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून का विरोध करने के लिए शुरू हुए प्रदर्शन ने पिछले दिनों हिंसक रूप ले लिया. उपद्रवियों ने मुर्शिदाबाद को जंग का मैदान बना दिया. जमकर पथराव और आगजनी हुई. तीन लोगों की जान चली गई. चारों तरफ चीख पुकार मच गई. इस दौरान उपद्रवियों ने कई घरों को फूंक दिया और उनमें लूटपाट की गई. इन दंगाईयों ने हिंदू परिवारों के घरों को अपना निशाना बनाया, जो हिंसा के इन जख्मों को न जाने कब तक भुला पाएंगे. हिंसा का खौफ और उसके निशान यहां अब भी नजर आ रहे हैं.
पुलिस पर किया गया पथराव
उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव किया और उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा अब भले ही थम गई हो लेकिन ये अपने पीछे ऐसे दर्द छोड़ गई है जिसे सालों तक नहीं भुलाया जा सकेगा. इस हिंसा ने एक हंसते खेलते शहर को बर्बाद कर दिया. हिंसा में मारे गए तीन लोगों के परिवार अपनों को खोने का जख्म अब शायद ही कभी भुला पाएं.
अब यहां उजड़े हुए आशियाने और उनमें बिखरा मलवा ही नजर आता है. इस हिंसा के खौफ के निशान आज भी लोगों के चेहरों पर नजर आ रहे हैं. ऐसे कई हिंदू परिवार हैं जो आज भी खौफ में जी रहे हैं. ऐसे ही कई परिवारों ने न्यूज नेशन को आपबीती सुनाई. इस रिपोर्ट में देखें हिंसा की आग में झुलस चुके लोगों की कहानी.