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दुर्गापुर में आज ममता बनर्जी ने एक प्रेसवार्ता कर भाजपा और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला

ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग सिर्फ बीजेपी के कहे अनुसार काम कर रही है. उनका सभी निर्देश रात के दस बजे या 8 बजे के बाद ही आता है.

Updated on: 23 Apr 2021, 04:59 PM

highlights

  • ममता बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार  की वजह से आज कोरोना इतना बढ़ा है
  • ममता ने कहा कि चुनाव आयोग सिर्फ बीजेपी के कहे अनुसार काम कर रही है
  • ममता ने संकट के समय केंद्र पर जिम्मेदारी से बचने का भी आरोप लगाया

 

दुर्गापुर:

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव जारी हैं. विधानसभा चुनावों के छः चरण बीत चुके हैं, इसी बीच पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में आज ममता बनर्जी ने एक प्रेसवार्ता कर भाजपा और चुनाव आयोग पर जमकर हमला बोला. ममता बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार  की वजह से आज कोरोना इतना बढ़ा है. डब्ल्यूएचओ द्वारा सतर्कता देने के बाद भी राज्यों को इसके बारे में जानकारी नही दी गई और न ही आक्सीजन पहले से जमा कर रखा गया था.  उन्होंने एक बार फ़िर कहा कि बाहर से आने वाले लोगो की वजह से कोरोना यहां सबसे ज्यादा फैला है. ममता बनर्जी ने कहा कि चुनाव आयोग सिर्फ बीजेपी के कहे अनुसार काम कर रही है. उनका सभी निर्देश रात के दस बजे या 8 बजे के बाद ही आता है. वैक्सिन को लेकर ममता ने कहा कि गुजरात को ज्यादा जबकि बंगाल को कम वैक्सिन सप्लाई दिया जा रहा है. वही उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल को मिलने वाले आक्सीजन को उत्तर प्रदेश को सप्लाई किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक मैं रहूंगी तब तक एनआरसी और एनपीआर को लागू होने नही दूंगी. 

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ममता ने संकट के समय केंद्र पर जिम्मेदारी से बचने का भी आरोप लगाया. उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्यों को 400 रुपयों में वैक्सीन क्यों दी जा रही है. ममता बनर्जी ने मीडिया के माध्यम से जनता को संबोधित करते हुए जनता से अपील की है कि वो घबराएं नहीं. साथ ही उन्होंने केंद्र से अपील की है कि बंगाल में कोरोना मरीजों की वोटिंग का सही तरीके से इंतजाम किया जाए और बंगाल में आक्सीजन की कमी देखते हुए सीएम ममता ने केंद्र सरकार से ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने की अपील की है. और साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में बनर्जी ने ध्यान दिलाया कि इस सिलसिले में लिए गए निर्णय में टीकों की गुणवत्ता, उसकी प्रभावकारिता, खुराकों की प्रोड्यूसर्स द्वारा आवश्यक आपूर्ति और उनकी कीमतों के संदर्भ में स्पष्टता नहीं है.

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