ममता को अलग-थलग करने की योजना,  गैर-भाजपा CMs की बैठक में न्योता नहीं

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस और वाम दलों को भाजपा के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के साथ आने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी.

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस और वाम दलों को भाजपा के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के साथ आने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी.

author-image
Pradeep Singh
एडिट
New Update
mamta banerjee

ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल( Photo Credit : TWITTER HANDLE)

गैर भाजपा दलों का राष्ट्रीय स्तर पर नेता कौन होगा और किसके नेतृत्व में विपक्षी दल भाजपा के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाएंगे. यह बहस पुरानी है. लेकिन कई विपक्षी पार्टियां इस बात से सहमत नहीं दिखती की विपक्षी एकता का श्रेय कांग्रेस और उसका नेता राहुल गांधी हो. तृणमूल कांग्रेस, बसपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कांग्रेस और राहुल गांधी का दबी जुबान से विरोध करते रहे हैं. अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों से संपर्क साधा है. ममता का यह कदम कांग्रेस के लिए एक झटका माना जा रहा है.

Advertisment

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का दिग्गज क्षेत्रीय पार्टियों के प्रमुख एमके स्टालिन (MK Stalin) और के चंद्रशेखर राव (K Chandrasekhara Rao) से संपर्क कांग्रेस (Congress) के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. क्योंकि उन्होंने कहा है कि कोई भी क्षेत्रीय पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी के साथ अच्छी शर्तों पर नहीं है और वह अपने तरीके से आगे बढ़ सकती है.

रविवार को बंगाल की मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु और तेलंगाना के अपने समकक्षों से संपर्क किया और देश के संघीय ढांचे की “रक्षा” करने के लिए विपक्षी मुख्यमंत्रियों की एक बैठक पर चर्चा की. उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस को इस बैठक के लिए न्योता नहीं दिया गया है. ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, “किसी भी क्षेत्रीय दल के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं. कांग्रेस पार्टी अपने रास्ते पर जाएगी, हम अपने रास्ते पर चलेंगे.”

यह भी पढ़ें: जालंधर में बोले PM नरेंद्र मोदी- कांग्रेस कभी पंजाब के लिए काम नहीं कर सकती

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस और वाम दलों को भाजपा के खिलाफ अन्य विपक्षी दलों के साथ आने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. कांग्रेस और वामपंथी बंगाल में तृणमूल के कड़े प्रतिद्वंद्वी हैं, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करने की कोशिश को बाधित किया है.
 
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन और तेलंगाना के चंद्रशेखर राव या केसीआर को अपने फोन कॉल का जिक्र करते हुए बनर्जी ने कहा, “देश की संघीय संरचना को ध्वस्त कर दिया गया है… देश के संविधान को नष्ट किया जा रहा है. हम सभी को इसकी रक्षा के लिए एक साथ आने की जरूरत है.” उन्होंने कहा, “एक साथ, हम संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं. सभी क्षेत्रीय दलों की एक समझ होनी चाहिए.”

आपको बता दें कि कांग्रेस तमिलनाडु में स्टालिन की पार्टी द्रमुक की गठबंधन सहयोगी है. कांग्रेस के साथ बंगाल के मुख्यमंत्री का शीत युद्ध उनके गोवा चुनाव में कदम रखने के बाद उस वक्त तेज हो गया, जब तृणमूल का कांग्रेस से गठबंधन के लिए प्रस्ताव अपने निर्णायक चरण में नहीं पहुंच पाया और दोनों दलों ने एक-दूसरे को दोष देने के साथ वार्ता समाप्त कर दी.

congress Mamata Banerjee MK Stalin plan to isolate Congress non-BJP CMs not invited for meeting K Chandrasekhara Rao
      
Advertisment