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सोनार बांग्ला की लड़ाई में बीजेपी की चाल में फंसी दीदी, अब अस्मिता की कर रहीं बात

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) आमने-सामने है. अब तक आपने मराठी अस्मिता, गुजराती अस्मिता की बात चुनाव के दौरान सुनी होगी.

Updated on: 31 Dec 2020, 04:04 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) आमने-सामने है. अब तक आपने मराठी अस्मिता, गुजराती अस्मिता की बात चुनाव के दौरान सुनी होगी, लेकिन बंगाल के चुनाव में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बंगाली अस्मिता की बात ममता बनर्जी की ओर से की जा रही है. वजह साफ है ममता बंगाल के सम्मान की बात कर बंगाली मानुष को एककर अपने पाले में एकजुट करने की कवायद में जुटी हुई हैं. अब बीजेपी ने ममता की इन चाल का काट ढूढ़ निकाला है. 

बीजेपी अपने हर प्रोग्राम में बंगाल के महापुरुषों का जिक्र करेगी, जो बीजेपी का नेता बंगाल की धरती पर आएगा वो अपने प्रोग्राम या रैली में नेता जी सुभाष चंद्र बोस, रविंद्रनाथ टैगोर, विद्यासागर, विवेकानंद, वेलूर मठ का जिक्र करेगा, ताकि बंगाल के हिन्दू बंगाली को ये मेसेज दिया जा सके कि बीजेपी भी बंगाल की संस्कृति से जुड़ी हुई है.

इस बात का संकेत बीजेपी ने इस वक़्त दिया जब अमित शाह बंगाल में चुनाव प्रचार की शुरुआत करने आए तो सबसे पहले वो वेलूर मठ गए. पीएम नरेंद्र मोदी भी 23 जनवरी को नेता जी के जन्मदिन पर बंगाल में आ रहे हैं और सरकार नेता जी के जन्मदिन को बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी में जुटी है.

इन दिनों पीएम मोदी का लुक चर्चा में है. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है और कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें रविंद्रनाथ टैगोर और पीएम के लुक को एक जैसा दिखाया जा रहा है. टीएमसी और बीजेपी में नेताओं की लेग्सी को लेकर तगड़ी टक्कर चल रही है. अमित शाह जहां जहां जा रहे हैं ममता बनर्जी भी उन स्थानों का दौरा कर रही हैं.