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काशीपुर बेलगछिया विधानसभा सीट पर कौन मारेगा बाजी, जानें पूरा हाल

यह विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल के कोलकाता उत्तर जिले में आती है. इस विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी की माला साहा जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचीं हैं.

Updated on: 22 Jan 2021, 08:24 PM

नई दिल्ली :

काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है. यह विधानसभा सीट पश्चिम बंगाल के कोलकाता उत्तर जिले में आती है. इस विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक टीएमसी की माला साहा जीतकर पश्चिम बंगाल की विधानसभा में पहुंचीं हैं. माला साहा ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम के प्रत्याशी कनिका बोस (घोष) को 25,810 वोटों से करारी शिकस्त दी थी. 

आपको बता दें कि साल 2016 में हुए काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल दो लाख इक्कीस हजार एक सौ अड़तालिस (221148) मतदाता थे. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा सीट से कुल एक लाख तिरालिस हजार चार सौ बीस (143420) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. पश्चिम बंगाल की इस विधानसभा सीट पर 53.33 फीसदी पुरुष मतदाता हैं, जबकि 46.67 फीसदी महिला मतदाता हैं.   

काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा सीट मौजूदा समय सत्तारूढ़ दल टीएमसी के हाथों में है. माला साहा ने पिछले विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा सीट से अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम के प्रत्याशी कनिका बोस (घोष) को 25,810 मतों से करारी शिकस्त दी थी, वहीं इस चुनाव में तीसरे नंबर पर बीजेपी के प्रत्याशी आदित्य टंडन 19,293 वोटों के साथ रहे, जबकि यहां पर भी 2,646 वोटों के साथ चौथे स्थान पर नोटा रहा. 

साल 2016 में ऐसी रही वोटिंग
काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा सीट पर साल 2016 में में कुल 64.85 फीसदी मतदान हुआ था. साल 2016 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की माला साहा ने अपने निकटम प्रतिद्वंदी सीपीएम के प्रत्याशी कनिका बोस (घोष) को 25,810 वोटों से करारी शिकस्त दी थी. काशीपुर-बेलगचिया विधानसभा सीट कोलकाता उत्तर के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं सुदीप बंद्योपाध्याय, जो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से हैं. उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी राहुल सिन्हा को 127095 से हराया था.

बीजेपी-टीएमसी के बीच सियासी घमासान
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में अमित शाह की अगुवई में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में धमाकेदार प्रदर्शन किया और 18 सीटें जीतीं जिसके बाद अब यहां पर बीजेपी टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है. एक ओर बीजेपी ने पूरी टीएमसी को तोड़कर रख दिया है, मुकुल रॉय, शुभेन्दु अधिकारी सहित टीएमसी के कई दिग्गज नेता अब बीजेपी टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इस लिहाज से अब जनता ही पश्चिम बंगाल की सियासत का परिणाम बताएगी.