पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) बंगाल के दो दिनी दौरे पर हैं. उन्होंने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर को श्रद्धांजलि अर्पित कर बीरभूम में रोड शो किया. इसके बाद गृह मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ममता बनर्जी किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करती हैं, लेकिन बंगाल के किसानों को केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिलने की अनुमति नहीं देती हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत के सबसे बड़े दल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर यह हमला सिर्फ भाजपा के अध्यक्ष पर हमला नहीं है बल्कि पश्चिम बंगाल के अंदर लोकतंत्र की व्यवस्था पर हमला है. इसकी पूरी जिम्मेदारी तृणमूल कांग्रेस की सरकार और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की है.
गृह मंत्री ने सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि ममता बनर्जी को बंगाल की 10 करोड़ जनता की चिंता की बजाए अपने भतीजे की चिंता है. वह चाहती हैं कि कुछ भी करके उन्हें एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाया जाए. अगर ऐसी सोच के साथ जो सरकार चलेगी वो किसी राज्य का क्या विकास करेगी. उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार चरम पर है. यहां पर परिवारवाद, राजनीतिक अपराधिकरण बढ़ गया है.
गृह मंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू करने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि अभी सीएए के नियम बनाना बाकी हैं. कोरोना काल के दौरान चीजें व्यवस्थित नहीं हो पाई हैं. कोविड-19 की वैक्सीन आने के बाद इस पर हम विचार करेंगे और इस बाबत जानकारी दी जाएगी.
उन्होंने आगे कहा कि मां, माटी, मानुष का नारा लेकर चलने वाले टोलबाजी, तुष्टिकरण, तानाशाही में अटक कर रह गए हैं. टीएमसी एक पारिवारिक पार्टी बनकर बनकर रह गई है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल टोलबाली, परिवारवाद, हिंसा, भ्रष्टाचार, बम धमाकों, कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में नंबर एक है.
गृह मंत्री ने आगे कहा कि यहां शिक्षा क्षेत्र में 90 प्रतिशत प्राथमिक स्कूलों में डेस्क नहीं है. 30 फीसदी से ज्यादा स्कूलों में पर्याप्त क्लास रूम तक नहीं है. दस प्रतिशत स्कूलों में बिजली का कनेक्शन नहीं है. 56 प्रतिशत स्कूलों में शौचालय उपलब्ध नहीं है. शिक्षा के क्षेत्र में बंगाल की यह स्थिति है.
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में प्रति व्यक्ति आय 1960 में महाराष्ट्र की तुलना में दोगुनी थी, लेकिन यह अब महाराष्ट्र की आधी भी नहीं है. आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है? जूट उद्योग भी राज्य में काफी प्रभावित हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि मैं जानता हूं मेरी तरफ से पेश किए गए आंकड़ों पर TMC सवाल उठाएगी. तृणमूल कांग्रेस चाहे तो भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष के साथ इन आंकड़ों पर चर्चा कर सकती है.
अमित शाह ने कहा कि यह ममता की संकीर्ण सोच को दर्शाता है. उन्होंने ममता से सवाल करते हुए कहा कि जब ममता कांग्रेस में थी तब उन्होंने इंदिरा गांधी को बाहरी बुलाया था क्या? अमित शाह ने TMC सरकार के दावों को खारिज करते हुए पुलिस अधिकारियों के तबादले को लेकर कहा कि हमने कुछ भी संघीय ढांचे के खिलाफ जाकर नहीं किया है.
Source : News Nation Bureau