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पश्चिम बंगाल में हम और मणिपुर में RPI लड़ेगी चुनाव, जानें क्या होगा नया समीकरण

मोदी सरकार में मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले मणिपुर विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को उतारने की तैयारी में हैं.

Updated on: 18 Feb 2021, 11:40 PM

नई दिल्ली:

मोदी सरकार में मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले मणिपुर विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी को उतारने की तैयारी में हैं. उन्होंने हालिया मणिपुर दौरे के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव तैयारियों में जुटने का निर्देश दिया है. माना जा रहा है कि मणिपुर में वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले भाजपा से सीटों की भी मांग करेंगे. वहीं, पश्चिम बंगाल चुनाव में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) 26 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. इसे लेकर हम पार्टी मार्च में होली के पहले कोलकाता में जनसभाएं करेगी. 

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि मणिपुर के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है. रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया भी मणिपुर के विकास के लिए लगातार आवाज उठाती रही है. केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने मणिपुर दौरे के दौरान इंफाल स्थित राजभवन में राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से भी भेंट की. आठवले से भाजपा के मणिपुर के प्रदेश अध्यक्ष तिकेंद्र की भेंट के भी मायने तलाशे जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले साल वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का निर्देश दिया.

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के साथ बंगाल के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में फैसला लिया गया है कि उनकी पार्टी भी बंगाल में अपने उम्मीदवार उतारेगी. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव में उन्हें जीत हार से कोई मतलब नहीं है. यहां लड़ने का लक्ष्य किसानों, गरीबों, महिलाओं व बेरोजगारों के मुद्दे पर अपनी बात रखना है. जिन मुद्दों पर पार्टी बनी है, उससे बिहार के साथ पश्चिम बंगाल के लोगों को वाकिफ कराना है.

उन्होंने आगे कहा कि उनकी अभी किसी भी दूसरी पार्टी से गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है. मार्च में होने वाली जनसभा में अपनी ताकत देखने के बाद पार्टी आगे का फैसला लेगी. बीजेपी- जदयू के भी बंगाल चुनाव लड़ने की बात पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एनडीए में हैं, लेकिन जहां नैतिकता की बात आएगी, वहां अपना स्टैंड जरूर रखेंगे.