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जगदीप धनखड़ का बयान, बंगाल खून से लथपथ...डर के मारे बोल नहीं पा रहे लोग

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में मतदान हुआ. सिर्फ पश्चिम बंगाल ही खून से लथपथ क्यों है? आज डर के मारे बोल नहीं पा रहे लोग.

Updated on: 21 Jun 2021, 07:14 PM

highlights

  • पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ सोमवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे
  • जगदीप धनखड़ ने कहा है कि बंगाल में चुनाव नतीजे निकलने के बाद भी हिंसा जारी है
  • बंगाल में स्थिति बहुत खराब है. ममता बनर्जी चुप हैं, शुतुरमुर्ग जैसा व्यवहार बंद होना चाहिए

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में मतदान हुआ. सिर्फ पश्चिम बंगाल ही खून से लथपथ क्यों है? आज डर के मारे बोल नहीं पा रहे लोग. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं यह देखकर स्तब्ध हूं कि चुनाव समाप्त होने के 7 सप्ताह बाद भी इस गंभीर स्थिति की अनदेखी की जा रही है. आजादी के बाद चुनाव के बाद यह सबसे बर्बर हिंसा है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि  मैं जहां भी गया, मैंने 3 प्रश्न पूछे: आप पुलिस के पास क्यों नहीं गए? क्या एडमिन से कोई आया है? क्या कोई मीडियाकर्मी आया था? उन्होंने केवल एक ही बात कही, "अगर हम पीड़ित के रूप में पुलिस स्टेशन गए होते, तो हम अपराधी के रूप में सामने आते.

दरअसल, अलीपुरदुआर के बीजेपी सांसद जॉन बरला ने उत्तर बंगाल को अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने की मांग की है. इस मांग के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उत्तर बंगाल के एक सप्ताह का दौरा करने की घोषणा की है. इसी यात्रा के दौरान राज्यपाल धनखड़ बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे. इस दौरान जगदीप धनखड़ ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया. एयरपोर्ट के बाहर मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी सरकार पर जोरदार हमला बोला. इसके अलावा राज्यपाल धनखड़ ने पिछले दिनों दिल्ली यात्रा को लेकर भी अपनी बातों को मीडिया के सामने रखा. उत्तर बंगाल पहुंचे राज्यपाल ने कहा कि बंगाल में स्थिति बहुत खराब है. ममता बनर्जी चुप हैं. शुतुरमुर्ग जैसा व्यवहार बंद होना चाहिए.

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा है कि बंगाल में चुनाव नतीजे निकलने के बाद भी हिंसा जारी है. रिजल्ट निकलने के सात हफ्तों के बाद भी हिंसक घटनाएं हो रही हैं. देश में आजादी के बाद सबसे डरावनी हिंसा बंगाल की धरती पर देखने को मिल रही है. उन्होंने ममता सरकार से सवाल किया है कि संविधान, राज्यपाल और केंद्र सरकार से इतना टकराव क्यों हो रहा है? आखिर राज्य की ममता सरकार हिंसा पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही है? किसका इंतजार किया जा रहा है?