राज्यपाल जगदीप धनकर (Governor Jagdeep Dhankar) ने ममता बनर्जी सरकार (Chief Minister Mamata Banerjee) पर आरोप लगाते हुए कहा, ममता (Mamata Banerjee) सरकार में उनकी सुनी नहीं जा रही है. बताया जा रहा है कि गुरुवार को राज्यपाल जब विधानसभा (West Bengal Assembly) पहुंचे तो वहां कोई नहीं था. वह वहां की लाइब्रेरी का जायजा लेने गए थे, लेकिन सत्र न होने से लाइब्रेरी बंद थी. राज्यपाल धनकर ने कहा, मैं यहां ऐतिहासिक इमारत देखने और लाइब्रेरी जाने के लिए आया था विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा, इसका मतलब यह नहीं है कि विधानसभा बंद है. सचिवालय खुला हुआ है. विधानसभा के गेट नंबर 1 पर धरना दे रहे राज्यपाल कुछ देर बाद गेट नंबर 2 से विधानसभा के अंदर गए.
राज्यपाल जगदीप धनकर इससे पहले कलकत्ता विश्वविद्यालय गए थे, तब भी न तो वहां वाइस चांसलर मिले और न ही उप कुलपति. यहां तक कि राज्यपाल को वहां रजिस्ट्रार भी नहीं मिले. वीसी दफ्तर के बाहर बैठकर वह लौट आए थे. राज्य सरकार और उसके अफसरों के इस तरह के असहयोग के पीछे कुछ विधेयकों पर राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षर न करना बताया जा रहा है.
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इन विधेयकों को लेकर राजभवन और ममता बनर्जी सरकार के बीच खींचतान चल रही है. तृणमूल कांग्रेस के नेता राज्यपाल पर बीजेपी के एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगा रहे हैं तो राज्यपाल का कहना है कि वे रबर स्टाम्प नहीं हैं.