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कोरोनाः बंगाल में 11वीं की परीक्षा हुई रद्द, प्रमोट हो कर 12वीं में जाएंगे छात्र

कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा बुरा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है. पिछले एक साल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. अब इस महामारी की दूसरी लहर में एक बार फिर से परीक्षाएं प्रभावित होने लगी हैं.

Updated on: 30 Apr 2021, 09:23 PM

highlights

  • कोरोना से परीक्षाओं पर पड़ा असर
  • बंगाल में 11वीं की परीक्षाएं रद्द
  • कोरोना के कारण कई राज्यों में रद्द हुई परीक्षाएं

नई दिल्ली:

कोरोना की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है. हर रोज 3 लाख से ज्यादा नए मरीज सामने आने से मौत का आंकड़ा काफी बढ़ गया है. संक्रमण पर काबू पाने के लिए कई राज्यों ने अपने यहां लॉकडाउन तक लगा रखा है. इस महामारी का सबसे ज्यादा बुरा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है. पिछले एक साल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. अब इस महामारी की दूसरी लहर में एक बार फिर से परीक्षाएं प्रभावित होने लगी हैं. कोरोना महामारी के कहर को देखते हुए पश्चिम बंगाल में 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा रद्द कर दी है. पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने 11वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा रद्द कर दी हैं और छात्रों को 12वीं कक्षा के लिए प्रमोट कर दिया जाएगा.

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इन राज्यों में भी रद्द हुई परीक्षाएं

झारखंड- बोर्ड परीक्षाओं समेत तमाम परीक्षाओं पर कोरोना बुरा साया बनकर मंडरा रहा है. कई राज्‍य बिना परीक्षा छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रमोट करने का फैसला ले चुके हैं. झारखंड में पहली से 8वीं कक्षा के छात्रों की तर्ज पर 9वी और 11वीं के छात्र भी बिना परीक्षा दिए ही पास होंगे. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने नौंवी और 11वीं के छात्रों को बगैर परीक्षा के ही प्रमोट करने का फैसला लिया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने स्कूली शिक्षा विभाग और साक्षरता विभाग को परीक्षा नहीं लेने की स्थिति में छात्रों को पास करने का फॉर्मूला तय करने को कहा है. वहीं, 10वीं और 12वीं की परीक्षा को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

मध्य प्रदेश- एमपी में स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं की फाइनल परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों का मूल्यांकन 20 नवंबर से 28 नवंबर, 2020 तक किए गए रिवाइज्ड परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा. अर्धवार्षिक परीक्षाएं जो इस साल 1 फरवरी से 9 फरवरी के बीच आयोजित की गई थीं.  दो बेस्ट परफॉर्मेंस का इस्तेमाल कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं के छात्रों के मूल्यांकन के लिए किया जाएगा. कक्षा 9वीं और कक्षा 11वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की घोषणा करते हुए, स्कूल शिक्षा विभाग एमपी बोर्ड ने मूल्यांकन मानदंड भी जारी किया है कि कैसे छात्रों को रद्द की गई बोर्ड परीक्षा में  अंक दिए जाएंगे.

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दिल्ली- दिल्ली सरकार ने भी 9वीं और 11वीं कक्षाओं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ‘सरकारी स्कूलों में 9वीं और 11वीं कक्षाओं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं.’ वहीं, 12वीं की परीक्षा के बारे में पूछे जाने पर सिसोदिया ने कहा कि ‘मुझे अब भी लगता है कि परीक्षाएं रद्द होनी चाहिए, लेकिन सीबीएसई ने कहा है कि वह एक जून को स्थिति की समीक्षा करेगा. मैं छात्रों से धैर्य रखने की अपील करता हूं.’

महाराष्ट्र- महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ (Varsha Gaikwad) ने 7 अप्रैल को ही परीक्षाओं को रद्द करने की घोषणा कर दी थी. उन्होंने कहा था कि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच स्कूलों में ऑफलाइन परीक्षाएं कराना मुश्किल है. इसलिए विद्यार्थियों के हित का ध्यान रखते हुए महाराष्ट्र बोर्ड के सभी स्कूलों में 9वीं व 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय लिया गया है.