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ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के तीन बैंक खातों से फिर जब्त किए 5.32 करोड़ रुपए

डब्ल्यूबी एसएससी घोटाला: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अर्पिता मुखर्जी के तीन बैंक खातों में अतिरिक्त 5.32 करोड़ रुपये का पता लगाया है. केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि यह राशि जुलाई के अंत में उनके आवास से बरामद 50 करोड़ रुपए के अलावा है.

Updated on: 14 Sep 2022, 11:25 PM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के लिए मुसीबतें कम होती नजर नहीं आ रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके द्वारा रखे गए तीन बैंक खातों से अतिरिक्त 5.32 करोड़ रुपए का पता लगाया है. केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक यह राशि जुलाई के अंत में उनके आवास से बरामद 50 करोड़ रुपए के अलावा है. इन दोनों पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता दोनों ही पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (बीएसएससी) भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर न्यायिक हिरासत में हैं.  विशेष ईडी अदालत में बुधवार दोपहर एक बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई के लिए पेश हुए, जहां केंद्रीय एजेंसी के वकील ने कोर्ट के सामने यह नया खुलासा किया. 

कोर्ट में सुनवाई के दौरान रोने लगे पार्थ चटर्जी
ईडी के वकील ने अदालत को बताया कि यह अतिरिक्त राशि पांच बैंक खातों में पाई गई थी, जिनमें से तीन व्यक्तिगत रूप से अर्पिता मुखर्जी के पास हैं, जबकि अन्य दो खाते दो कंपनियों के नाम से हैं, जिनमें वह निदेशक हैं. चटर्जी के वकील द्वारा उनके मुवक्किल की ओर से जमानत याचिका दायर किए जाने के बाद बुधवार को पूर्व मंत्री की आंखों में आंसू आ गए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं एक साजिश का शिकार हूं. ईडी के अधिकारी लंबे समय तक मेरे आवास पर थे. लेकिन मेरे आवास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ. मैं अर्थशास्त्र का छात्र था. मैंने डॉक्टरेट भी किया है. मैं लंबे समय तक मंत्री था और इससे पहले मैं राज्य विधानसभा में विपक्ष का नेता था. मेरा करियर एक बेदाग था. अदालत को ये बताते हुए चटर्जी रो पड़े. 

खुद को बताया साजिश का शिकार
इस दौरान अदालत ने पूछा कि क्या आप जमानत पर रिहाई की मांग कर रहे हैं? इतना सुनना था कि तृणमूल नेता और टूट गए. उन्होंने जज से कहा कि सर, कृपया मुझ पर दया करें. मुझे शांति से जाने दो. कृपया समझ लें कि मैं एक साजिश का शिकार हूं, उसने जोर से रोते ये बातें कही. उन्होंने कहा कि मैं राजनीति का शिकार हूं. कृपया ईडी को एक बार मेरे घर और मेरे विधानसभा क्षेत्र का दौरा करने के लिए कहें. मैं एक एलएलबी हूं और मुझे ब्रिटिश छात्रवृत्ति दी गई थी. मेरी बेटी यूके में रहती है. मैं इस तरह के घोटाले में खुद को कैसे शामिल कर सकता हूं? इस दौरान उन्होंने कोर्ट से अपील की कि न्याय से पहले मुझे चिकित्सा उपचार दिया जाना चाहिए. जमानत के लिए कोर्ट पहुंचे पार्थ चटर्जी के वकील ने कोर्ट से कहा कि मेरा मुवक्किल जांच एजेंसी के साथ सहयोग कर रहा है. वह भविष्य में भी सहयोग करने को तैयार है. कृपया उन्हें किसी भी हालत में जमानत दे दें. उनके वकील ने अदालत में अपील की.

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सुनवाई के बाद कोर्ट कोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित
इस दौरान अर्पिता मुखर्जी ने भी अपनी ओर से डब्ल्यूबीएसएससी भर्ती घोटाले में अपनी संलिप्तता के सभी आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा कि मैं एक साधारण परिवार से आती हूं. मुझे नहीं पता कि मेरे घर से कितना पैसा वसूल किया गया. हालांकि, न्यायाधीश ने उसे याद दिलाया कि वह दो घरों की मालकिन थी. इसलिए भारी नकदी के अस्तित्व की जिम्मेदारी उस पर आती है. इसके बाद कोर्ट ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया.