Devakinandan Maharaj: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मेडिकल कॉलेज के अंदर महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है. इस घटना के बाद से रेप के कई मामले देश के अलग-अलग हिस्से से सामने आ रहे हैं. इन सबके बीच देवकीनंदन महाराज ने भी इस घटना पर अपनी प्रतक्रिया दी है. देवकीनंदन महाराज ने कहा कि जो अधिकारी अपराधियों को सजा देने से बच रहे हैं या उन्हें बचा रहे हैं, ऐसे लोगों को इस्तीफा दे देना चाहिए.
'जो आरोपियों पर कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए'
इसके साथ ही महाराज ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि वह खुद एक महिला हैं और इसके बाद भी उन्हें यह नहीं पता है कि एक पीड़ित बेटी के परिवार के साथ और ऐसे मामले में कैसा व्यवहार करना चाहिए? इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर में देरी नहीं होनी चाहिए. इस तरह की घटनाओं से तभी निपटा जा सकता है, जब लोगों का चारित्रिक उत्थान होगा.
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इस तरह की घटनाओं की कार्रवाई में नहीं होनी चाहिए देरी
देवकीनंदन महाराज ने कहा कि इस तरह के मामलों की कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए. इस तरह के मामले में अगर राज्य सरकार या प्रशासन की तरफ से लापरवाही की जा रही है तो राज्यपाल या राष्ट्रपति को सख्त कदम उठाते हुए इस पर सरकार की जवाबदेही तय करनी चाहिए. जब हमारी बेटियां अस्पतालों में सुरक्षित नहीं है तो आम जनता खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगी. इस घटना का जिक्र करते हुए महाराज ने कहा कि जब वे कनाडा में एक प्रवचन दे रहे हैं तो उस समय एक लड़की ने उनसे सवाल किया कि आप यहां प्रवचन दे रहे हैं, लेकिन क्या आपको यह पता है कि भारत में क्या हो रहा है? इस तरह की घटनाएं ना सिर्फ राज्य और देश तक सीमित है बल्कि इन घटनाओं की चर्चा देश के बाहर भी हो रही है.
बांग्लादेश की घटनाओं से हमें सीखने की जरूरत
इसके अलावा देवकीनंदन महाराज ने बांग्लादेश में सनातनियों के साथ हो रहे अत्याचार पर भी अपनी बात रखी और कहा कि सब देख रहे हैं कि बांग्लादेश में क्या हो रहा है. हम अगर वहां से भी नहीं सीखेंगे तो एक दिन हमें पक्षताना पडे़गा. इसलिए हमें इन चीजों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.