West Bengal Legislative Assembly elections : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां आमने-सामने हैं. इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कांग्रेस ने चार सदस्यीय एक समिति का गठन किया है. इसके तहत सीटों के बंटवारे और अन्य संयुक्त कार्यक्रमों को लेकर कोलकाता में गुरुवार को कांग्रेस (Congress) और वाम दलों (Left) के बीच बैठक हुई.
चार सदस्यीय समिति में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, सीएलपी नेता अब्दुल मन्नान, पूर्व राज्य प्रमुख प्रदीप भट्टाचार्य और नेपाल महतो हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस के पश्चिम बंगाल प्रभारी जितिन प्रसाद ने अपने एक बयान में कहा था कि समिति पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे और संयुक्त कार्यक्रमों के संबंध में वाम दलों के साथ वार्ता करेगी.
कांग्रेस अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. पिछली बार पार्टी ने लगभग 95 सीटों पर चुनाव लड़ा था और अब यह अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. ऐसे में समिति सीटों की पहचान करेगी और अंतिम सौदे के मद्देनजर वाम दलों के साथ वार्ता करेगी. हालांकि, बिहार चुनाव के परिणाम से पार्टी को अधिक सीटें मिलने की संभावना में बाधा आ सकती है.
बिहार चुनाव में कांग्रेस बेहतर प्रदर्शन कर पाने में नाकामयाब रही और पार्टी को सत्तारूढ़ राजग से मकाबले में महत्वपूर्ण सीटें गंवानी पड़ीं, जिसका प्रभाव राजद गठबंधन पर देखने को मिला. ऐसे में कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल चुनाव में बेहतर करने का दबाव बना हुआ है.
Source : News Nation Bureau