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पश्चिम बंगाल: बादुरिया में हिंसा के बाद कर्फ्यू, ममता बनर्जी बनाएंगी 'शांतिरक्षक बल'

पश्चिम बंगाल का उत्तर 24 परगना जिला सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बादुरिया और आसपास के क्षेत्र में पारामिलेट्री फोर्स की तैनाती की गई है।

Updated on: 05 Jul 2017, 10:16 PM

highlights

  • पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सांप्रदायिक तनाव, प्रशासन ने लगाया कर्फ्यू
  • ममता बनर्जी की सरकार ने शांतिरक्षक बलों के गठन का फैसला किया, शांति वाहिनी में होंगे 15-20 लोग होंगे
  • बीजेपी ने ममता बनर्जी की विफलता गिनाते हुए केंद्र से राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल का उत्तर 24 परगना जिला सांप्रदायिक हिंसा की चपेट में है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बादुरिया और आसपास के क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की तैनाती की गई है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है।

पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसक घटना को रोकने के लिए ममता बनर्जी की सरकार ने शांतिरक्षक बलों के गठन का फैसला किया है। इस शांति वाहिनी में 15-20 की संख्या में लोग होंगे और इसमें युवा, शांतिप्रिय नागरिकों को शामिल किया जाएगा। शांति वाहिनी पुलिस के साथ मिलकर काम करेगी।

ममता बनर्जी ने दावा किया कि 24 परगना जिले के बदुरिया में स्थिति अब सामान्य है। उन्होंने बीजेपी पर राज्य में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। वहीं बीजेपी ने ममता बनर्जी की विफलता गिनाते हुए केंद्र से राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।

एक विवादित फेसबुक पोस्ट के बाद उत्तर 24 परगना जिले में आगजनी हुई और वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया और इसने एक बड़ी साम्प्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था।

राज्यपाल का राष्ट्रपति को पत्र

ममता बनर्जी से हुए कथित टकराव को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखा है। ममता ने मंगलवार को कहा कि राज्यपाल ने उन्हें धमकी दी और अपमानित किया। ममता ने कहा कि एक बार तो 'अपमान' उनके बर्दाश्त के बाहर हो गया और लगा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

हालांकि राज्यपाल ने ममता के आरोपों को खारिज किया था। राज्यपाल त्रिपाठी ने ममता से बादुरिया दंगे को लेकर फोन पर बात की थी। 

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ने भी राज्यपाल और ममता के बीच हुए टकराव को खत्म कराने की कोशिश की। 

केंद्र ने मांगी रिपोर्ट

जिले में भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर संज्ञान लेते हुये केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से रिपोर्ट तलब की है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ममता बनर्जी और राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से टेलीफोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली।

केंद्र से टकराव के मूड में टीएमसी

हालांकि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के साथ विवाद को बढ़ाते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को उन पर 'बीजेपी कैडर' की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया। तृणमूल ने आरोप लगाया कि राजभवन उन लोगों को 'मदद व उकसावा' दे रहा है जो राज्य में सत्ता पाने के लिए कई भागों में दंगे कराने की कोशिश कर रहे हैं।

बीजेपी ने ममता से मांगा इस्तीफा

पूरे पश्चिम बंगाल में अशांत स्थिति होने का दावा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की और केंद्र से राज्य में तत्काल प्रभाव से राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया।

घोष ने कहा, 'राज्य के उत्तर में पहाड़ी इलाकों से शुरू होकर बंगाल की खाड़ी तक, पूरा राज्य जल रहा है। साम्प्रदायिक तनाव की घटनाएं भी राज्य के कई हिस्सों में बार बार घट रही हैं।'

सोशल मीडिया पर पुलिसिया निगरानी

पश्चिम बंगाल पुलिस ने बुधवार को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द को भंग करने की आशंका वाले अफवाह फैलाने को लेकर चेतावनी जारी की है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि एक फेसबुक पोस्ट के कारण उत्तर 24 परगना में सांप्रदायिक हिंसा भड़की। मुख्यमंत्री का यह बयान आने के अगले ही दिन पुलिस ने यह चेतावनी जारी की है।

पश्चिम बंगाल पुलिस ने ट्वीट के जरिए ही यह चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है, 'जिम्मेदार लोगों को जिम्मेदारीपूर्वक ही ट्वीट करना चाहिए, न कि अफवाह फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द भंग करने के मकसद से। किसी तरह की अफवाह न फैलाएं। प्रशासन शांति एवं सौहार्द बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी लेता है।'

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(इनपुट IANS से भी)