लोकसभा चुनाव खत्म होते ही पश्चिम बंगाल (WestBengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के चहेते आईपीएस अधिकारी और कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की मुश्किलें बढ़ रही हैं. कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार के घर सीबीआई की टीम पहुंची गई है. उनका घर कोलकाता के लौडेन स्ट्रीट में है. सीबीआई की टीम अभी जस्ट पहुंची है. सीबीआई की टीम उनके घर में प्रवेश कर चुकी है. टीम तफ्तीश में जुट चुकी है.
बता दें कि सीबाआई ने आज यानी रविवार को कोलकाता के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था. जांच एजेंसी कुमार को कस्टडी में लेकर पूछताछ करना चाहती है. जानकारी के मुताबिक सीबीआई को शक है कि राजीव कुमार देश छोड़कर जा सकते हैं. ऐसे में इमिग्रेशन एजेंसियों को सतर्क रहने को कहा गया है.
वहीं सीबीआई की दूसरी टीम डीसी साउथ ऑफिस पहुंची है. जो राजीव कुमार के घर से महज 500 मीटर की दूरी पर है. सीबीआई की टीम ने राजीव कुमार के घर में एक लेटर दिया है. अब सीबीआई की टीम कोलकाता पुलिस के डीसी साउथ ऑफिस में बैठक कर रही है. सीबीआई की टीम का कहना है कि राजीव कुमार घर पर मौजूद नहीं है. नोटिस को उसके घर पर चिपका दिया गया है. सीबीआई ने राजीव कुमार को कल सीबीआई ऑफिस में पेश होने की नोटिस दी है. उन्हें कल सीजेओ कॉम्पेक्स में कल पेश होना है.
वहीं सीबीआई की टीम का कहना है कि राजीव कुमार से मोबाइल पर संपर्क किया जा रहा है, लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा है. सीबीआई टीम को लीड कर रहे मनीष उपाध्याय, डीसी कोलकाता साउथ के साथ बैठक कर रही है.
सबूतों से छेड़छाड़ का है आरोप
गौरतलब है कि राजीव कुमार पर शारदा चिटफंड (Sharda Chitfund Scam) और रोजवैली चिटफंड घोटाले (RoseValley Chitfund Scam) की जांच के दौरान सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप है. इस मामले में सीबीआई राजीव कुमार को पूछताछ करने के लिए गिरफ्तार करना चाहती है. राजीव कुमार को 24 मई तक गिरफ्तारी से संरक्षण मिला हुआ था. गिरफ्तारी से छूट मिलने की अवधि बढ़ाए जाने के लिए राजीव कुमार (Rajiv Kumar) सुप्रीम कोर्ट भी गए थे, जहां उन्हें झटका लगा था. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कोलकाता हाईकोर्ट जाने के लिए कहा था.
राजीव के संभल घर पर पुलिस तैनात
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से गिरफ्तारी से मिली राहत की अवधि समाप्त होने के बाद अब राजीव कुमार को सीबीआई कभी भी गिरफ्तार कर सकती है. उत्तर प्रदेश के संभल में उनके पैतृक घर पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है. इसके अलावा सुरक्षा एजेंसियां राजीव कुमार की तलाश में लग गई हैं. बता दें, पश्चिम बंगाल की अदालतों के वकील हड़ताल पर हैं, इसलिए राजीव कुमार चाहकर भी कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta HighCourt) का रूख नहीं कर पा रहे हैं.
जानें क्या है पूरा मामला
शारदा चिटफंड और रोजवैली चिटफंड घोटाले की जांच के लिए 2013 में ममता सरकार ने एसआईटी (SIT) का गठन किया था. इसकी अगुवाई राजीव कुमार कर रहे थे. बाद में इस मामले को सीबीआई के पास भेज दिया गया था. सीबीआई का दावा है कि मामला ट्रांसफर होने के बाद भी राजीव कुमार ने कई सबूतों (Hiding Proofs) को उन्हें नहीं सौंपा और छिपाने की कोशिश की. राजीव कुमार से कई बार सीबीआई पूछताछ भी कर चुकी है, लेकिन उन पर सहयोग न देने का आरोप लगता रहा है.