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भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘राजनीतिक हत्याओं’ को लेकर पश्चिम बंगाल में किया प्रदर्शन

पश्चिम बंगाल में सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई पुलिस थानों के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के लिए न्याय की मांग की जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि उनकी हत्या सत्तारूढ़ तृणमूल कांग

Updated on: 03 Nov 2020, 06:57 AM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल में सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई पुलिस थानों के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के लिए न्याय की मांग की जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि उनकी हत्या सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित उपद्रवियों द्वारा की गई. भाजपा के सैकड़ों सदस्यों ने तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए दावा किया कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है. भाजपा महासचिव अमिताभ चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘ममता बनर्जी के पैरों के नीचे की जमीन खिसक रही है... इसलिए, उनके लोग राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं. विभिन्न पुलिस थानों के सामने हमारा शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन पुलिस के मौन समर्थन से सत्ता पक्ष द्वारा अपनाई गई हत्या की राजनीति के खिलाफ है.’’

केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ट्विटर पर कहा कि राजनीतिक संबद्धता के लिए किसी की हत्या करना ‘‘घिनौना’’ है. उन्होंने लिखा, ‘‘इस वर्ष जनवरी से लेकर 11 सितंबर तक पिछले नौ महीनों में पश्चिम बंगाल भाजपा के 14 कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं के हाथों अपनी जान गंवाई है. तृणमूल कांग्रेस राजनीति हत्याओं को रोको. दीदी आप इतनी डर गई हैं कि आपको इतनी क्रूरता का सहारा लेना पड़ा है?’’ केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता राज्य में राजनीतिक हिंसा का शिकार हुए हैं. आरोपों पर पलटवार करते हुए, तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में शांति भंग करने की कोशिश कर रही है.

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि पश्चिम बंगाल के लोग राजनीतिक रूप से सचेत हैं और ओछी राजनीति के प्रभाव में हीं आएंगे.’’ वहीं भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने सोमवार को दावा किया कि राज्य में तृणमूल सरकार में राज्य आतंकवादियों के लिए पनाहगाह में तब्दील हो गया है. एनआईए ने दिन में पहले खुलासा किया था कि मुर्शिदाबाद जिले में एक संदिग्ध अल-कायदा साजिशकर्ता को पकड़ा गया है. भारत में आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए कथित तौर पर अल-कायदा के साजिशकर्ता के रूप में काम करने वाले 32 वर्षीय मदरसा शिक्षक मोमिन मंडल को रविवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गिरफ्तार किया था. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एनआईए भारत को सुरक्षित रखते हुए एक अद्भुत काम कर रहा है. लेकिन उनका काम मुश्किल है. ममता सरकार ने ध्रुवीकरण और तुष्टिकरण की नीतियों को अपनाया है जो समाज को नुकसान पहुंचा रही है और पूरे भारत के लिए समस्याएं पैदा कर रही हैं.’’

भाजपा के सह-पर्यवेक्षक अरविंद मेनन ने कहा कि कई आतंकवादी संगठनों ने तृणमूल कांग्रेस के शासन के दौरान बंगाल में अपना नेटवर्क स्थापित किया है. मेनन ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल इस्लामिक आतंकवादियों के लिए सुरक्षित शरणस्थल बन गया है. कई आतंकवादी संगठनों ने बंगाल में अपना नेटवर्क स्थापित कर लिया है. ममता बनर्जी की तुष्टिकरण की राजनीति ने न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि पूरे देश के लिए खतरा उत्पन्न कर दिया है.’’ तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि, भाजपा पर इस मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत राय ने कहा, ‘‘जांच एजेंसियों को मामले की जांच करने दें. ऐसा नहीं है कि आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ बंगाल में ही होता है, आतंकवादी देश के अन्य हिस्सों में भी पकड़े जाते हैं.’’