पश्चिम बंगाल में मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों की ओर जा रहे भाजपा के दो प्रतिनिधिमंडलों को पुलिस ने बुधवार को रोक दिया तथा भाजपा सांसद निशीथ प्रमाणिक और खगेन मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और सांसद सौमित्र खान के नेतृत्व में जा रहे एक प्रतिनिधिमंडल को भी मुर्शिदाबाद जिले के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने से रोक दिया गया. पुलिस सूत्रों के अनुसार मालदा जिले के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में प्रवेश की कोशिश कर रहे प्रमाणिक और मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस के अनुसार दोनों प्रतिनिधिमंडलों को इलाके में जाने की अनुमति नहीं दी गयी क्योंकि इससे हालात और बिगड़ सकते थे. चार दिन तक हिंसा के बाद अब हालात सामान्य होने की तरफ बढ़ रहे हैं. विजयवर्गीय को जिले के नबग्राम और मौरग्राम इलाकों में रोक दिया जहां टीएमसी कार्यकर्ता बताए जा रहे लोगों के समूह ने सड़कें अवरुद्ध कर दी और मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने दावा किया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें परेशान भी किया और अपशब्द कहे. हालांकि, टीएमसी ने इन आरोपों से इनकार किया है. विजयवर्गीय ने कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद जाते समय टीएमसी के गुंडों ने नबग्राम में हमारी कार को घेर लिया. हमें उस कार्यक्रम में जाने नहीं दिया गया जहां हमें जाना था. ममता बनर्जी के निर्देशों पर हमें रोकने की कोशिश की गई. मैं इसकी निंदा करता हूं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस कुछ छिपाने की कोशिश कर रही है. घुसपैठियों ने सड़कें अवरुद्ध कर दी और हमारे काफिले पर हमला करने की कोशिश की. पुलिसकर्मी मूक दर्शक बने रहे.’’ मुख्यमंत्री ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा इन इलाकों में समस्या पैदा करने की कोशिश कर रही है. बनर्जी ने कहा, ‘‘वे अब क्यों इन इलाकों का दौरा कर रहे हैं? वे वहां परेशानी पैदा करना चाहते हैं. जब हिंसा हो रही थी तब वे क्या कर रहे थे? क्या वे सो रहे थे?’’ राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने विजयवर्गीय के साथ हुई इस घटना की निंदा की और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन इस घटना पर विचार कर रहा है.
Source : Bhasha