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प्रशांत किशोर को लेकर बीजेपी नेता ने ममता बनर्जी पर कसा तंज, कहा-इससे...

अन्य वरिष्ठ टीएमसी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए सौमित्र खां ने कहा कि इतने सालों की राजनीति करने के बाद अगर इन नेताओं को पीके के नीचे काम करना पड़ रहा है तो इससे बुरा तृणमूल कांग्रेस के लिए कुछ भी नहीं होगा.

Updated on: 03 Dec 2020, 07:29 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल  भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सह भाजपा सांसद सौमित्र खां ने कहा प्रशांत किशोर के नीचे काम करने को लेकर आड़े हाथों लिया है. गुरुवार को अलीपुरद्वार जिले में थानां घेराव करने पहुंचे सौमित्र खां ने कहा कि पीके ( प्रशांत किशोर) एक व्यवसाई है और उनके नीचे काम करने से अच्छा ममता बनर्जी को अपने गले में फांसी का फंदा डाल लेना चाहिए. अन्य वरिष्ठ टीएमसी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए सौमित्र खां ने कहा कि इतने सालों की राजनीति करने के बाद अगर इन नेताओं को पीके के नीचे काम करना पड़ रहा है तो इससे बुरा तृणमूल कांग्रेस के लिए कुछ भी नहीं होगा.

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं होने की वजह से इस बार रिस्क नहीं लेना चाहती है. अधर में लटकी राजनीतिक नैया को पार लगाने के लिए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को कमान सौंपी है. लेकिन पीके के खिलाफ टीएमसी में बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं.

पार्टी कार्यकर्ताओं और विधायकों को यह बात बिलकुल भी पसंद नहीं कि कोई बाहरी व्यक्ति आकर हमारे राज्य में हमारे लिए रणनीतियां तैयार करे. जिसके चलते तृणमूल कांग्रेस के भीतर बगावती स्वर तेज होते जा रहे हैं. एक के बाद एक विधायक और मंत्री अपनी नाराजगी जता रहे हैं. कुछ महीने बाद बंगाल में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. जिसको लेकर यह शुभ संकेत नहीं हैं.

आपको बता दें कि इसके पहले ममता सरकार के मंत्री शुवेंदु अधिकारी ने प्रशांत किशोर को चुनाव प्रचार की कमान जताने पर नाराजगी दिखाई थी उसके बाद हावड़ा के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक जटू लाहिड़ी ने भी प्रशांत किशोर के खिलाफ मोर्चा खोला था. लाहिड़ी ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा, वे 'किराए' पर पार्टी चलाने आए हैं और उनके आने से दल को नुकसान हुआ है. उन्होंने ये भी कहा कि पीके के आने से पार्टी कमजोर हुई है. यही नहीं जटू लाहिड़ी ने अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले दिनों में पार्टी को छोड़ने का संकेत दे दिए है. विधायक लाहिड़ी का कहना है कि ममता बनर्जी को मुख्यमंत्री के रूप में देखने के बाद वह पार्टी में आए. उनका मानना ​​है कि ममता बनर्जी को खुद ही पार्टी चलाना चाहिए.