Bengal SIR: मुर्शिदाबाद के जलंगी इलाके में, जहां से बांग्लादेश की सीमा बेहद करीब है, स्थानीय लोग आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज़ दिखाकर अपनी पहचान साबित कर रहे हैं.
Bengal SIR: पश्चिम बंगाल में वोटर सूची की शुद्धि के लिए चल रहा एसआईआर अभियान इन दिनों चर्चा में है. चुनाव आयोग ने राज्य समेत 12 राज्यों में चल रही इस प्रक्रिया की समय सीमा सात दिन बढ़ा दी है, यानी अब 11 दिसंबर तक फॉर्म जमा किए जा सकेंगे. अभियान का मकसद फर्जी वोटरों, अवैध प्रवासियों और बांग्लादेशी घुसपैठियों के नाम voter list से हटाना है. इसके शुरू होते ही सीमावर्ती इलाकों में अफरातफरी का माहौल देखा जा रहा है.
दौरा करने पर क्या आया सामने
न्यूज नेशन की टीम ने ‘ऑपरेशन घुसपैठिया’ के तहत मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों का दौरा किया, जिन्हें लंबे समय से अवैध घुसपैठ के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है. मुर्शिदाबाद के जलंगी इलाके में, जहां से बांग्लादेश की सीमा बेहद करीब है, स्थानीय लोग आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज दिखाकर अपनी पहचान साबित कर रहे हैं. कई घरों में आधार कार्ड खराब हालत में मिले, लेकिन लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने एसआईआर फॉर्म जमा कर दिए हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक अब तक मिले डेटा में करीब 26 लाख वोटरों के नाम 2002 से 2006 के रिकार्ड से मेल नहीं खाते. छह करोड़ से ज्यादा फॉर्म की मैपिंग के दौरान यह बात सामने आई है, जिससे फर्जी वोटिंग की आशंका और मजबूत होती है.
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