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West Bengal: टेस्ट में पूछा गया 'जय श्री राम' नारे पर सवाल, खूब मचा बवाल

10वीं कक्षा का यह टेस्ट 5 अगस्त को लिया गया था. इसमें छात्रों को दोनों में से किसी एक टॉपिक पर 'अखबार के लिए एक रिपोर्ट' लिखने को कहा गया था.

Updated on: 09 Aug 2019, 01:30 PM

highlights

  • पश्चिम बंगाल में 'जय श्री राम' नारे पर पूछे गए सवाल पर मचा बवाल.
  • पता चलने पर इन दोनों प्रश्नों को रद्द कर दिया गया. 
  • इसके साथ ही दोनों प्रश्नों के मार्क्स एवरेज करके बांट दिए गए. 

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल (West Benagl) के सरकारी स्कूल की 10वीं कक्षा के एक टेस्ट में दो ऐसे हैरतंगेज सवला पूछे जिसे देखने के बाद छात्रों के होश ही उड़ गए और इन दो प्रश्नों को लेकर काफी बवाल हुआ. इसमें पहला सवाल ये था कि "जय श्री राम का नारा किस तरह समाज में खलल डाल रहा है और उसके क्या दुष्प्रभाव हैं"? वहीं, दूसरा सवाल था "कट मनी लौटाने से लोगों को क्या फायदा होगा".ये दोनों ही प्रश्न कोलकाता से 55 किमी हुगली जिले के अकना यूनियन हाई स्कूल के बंगाली पेपर में पूछा गया.

10वीं कक्षा का यह टेस्ट 5 अगस्त को लिया गया था. इसमें छात्रों को दोनों में से किसी एक टॉपिक पर 'अखबार के लिए एक रिपोर्ट' लिखने को कहा गया था. ये टॉपिक थे. 'जय श्री राम का जप करने वाले समाज पर हानिकारक प्रभाव' या 'सरकार के साहसिक कदम' कटे हुए पैसे को वापस करके भ्रष्टाचार को रोकना.'

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वहीं, स्कूल के प्रभारी शिक्षक रोहित कुमार पायने ने बताया कि गुरुवार को 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए जब टेस्ट चल रहा था, तो स्कूल के अधिकारियों ने इन सवालों पर गौर किया. मामला काफी देर में सामने आया. जब तक पता चला तब तक काफी छात्रों ने इस प्रश्न का जवाब लिख लिया था और टेस्ट खत्म होने में केवल 5 मिनट ही बचे हुए थे. इसके बाद स्कूल प्रशासन तुरंत हरकत में आया और इन दोनों प्रश्नों को रद्द कर दिया गया और बच्चों में एवरेज नंबर्स बांट दिये गए.

एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों को इन दोनों प्रश्नों का उत्तर 150 शब्दों में लिखने को कहा गया था. वहीं, शिक्षक रोहित ने स्वीकार किया कि दोनों प्रश्नों का चयन करना एक गलत निर्णय था. इन सवालों का चयन बांग्ला भाषा के शिक्षक सुभाशीष घोष ने किया था. उन्होंने बताया कि मुझे 10वीं के छात्रों के लिए चुने गए सवालों की जानकारी नहीं थी. वहीं, संपर्क करने पर घोष ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, लेकिन इस मामले को लेकर राजनीतिक बवाल मच गया है.

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स्कूल तृणमूल बहुल अकना ग्राम पंचायत में आता है. पंचायत के उप-प्रधान निर्मल घोष ने कहा कि स्कूली बच्चों को इस तरह के सवालों का जवाब नहीं देना चाहिए. जबकि हुगली में बीजेपी के संगठनात्मक अध्यक्ष सुबीर नाग ने आरोप लगाया कि यह कोई गलती नहीं थी. दो प्रश्नों को जान-बूझकर चुना गया था. स्कूल में शिक्षकों का एक वर्ग सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर काम कर रहा है. यह छात्रों को राजनीतिक रूप से विभाजित कर रहा है.