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बंगाल में TMC के 2 सीट वाले फॉर्मूले पर भड़के अधीर रंजन चौधरी, बोले- पता नहीं किसने ममता से भीख मांगी है

प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी के इस फॉर्मूले पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पता नहीं किसने ममता से भीख मांगी है. हमने तो कोई भीख नहीं मांगी है. ममता खुद ही चाहती हैं कि वो गठबंधन में रहें. हमें ममता की दया की कोई जरूरत नहीं है.

Updated on: 04 Jan 2024, 02:21 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव के लिए 28 दलों का इंडिया गठबंधन अभी तक सीट शेयरिंग और संयोजक के नाम को लेकर एक मत नहीं हो पा रहा है. सीट शेयरिंग को लेकर गठबंधन में तस्वीर साफ नहीं हो रही है. वहीं, हर दिन नया-नया अपडेट सामने आ रहा है. बंगाल में कांग्रेस को 2 सीट ऑफर होने पर कांग्रेस ने ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्ति जताई है.  प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी के इस फॉर्मूले पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पता नहीं किसने ममता से भीख मांगी है. हमने तो कोई भीख नहीं मांगी है. ममता खुद ही चाहती हैं कि वो गठबंधन में रहें. हमें ममता की दया की कोई जरूरत नहीं है. हम अपने दम पर चुनाव लड़ सकते हैं.कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने सीधे-सीधे कह दिया कि ममता बनर्जी अलायंस के मूड में नहीं हैं. वो अपने हिसाब से गठबंधन को आगे लेकर चलना चाहती है. 

टीएमसी बंगाल में ज्यादा सीट देने के मूड में नहीं

दरअसल, जानकारी के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल में अलायंस में सहयोगी कांग्रेस को सिर्फ दो लोकसभा सीट देने पर विचार कर रही है. इसकी पीछे जो वजह बताई जा रही है वह ये कि 2019 के चुनाव में टीएमसी राज्य में 22 सीटें और 43 प्रतिशत वोट अपने दम पर हासिल की थी. टीएमसी को उम्मीद है कि गठबंधन में उनके साथ अगर कोई सहयोगी आता है तो उन्हें सीट और वोट प्रतिशत कम हो जाएगा. लिहाजा टीएमसी चाहती है कि बंगाल में वो प्रमुख पार्टी है और उसे सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार मिलना चाहिए. 

290 सीटों पर कांग्रेस लड़ना चाहती है चुनाव

बता दें कि बुधवार को कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि पार्टी देशभर में 290 से ज्यादा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का मन बना रही है. कांग्रेस आलाकमान  का मानना है कि 2019 के चुनाव में जहां जीत हासिल हुई थी और कम मार्जिन से पार्टी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था उस जगह पर पार्टी फिर से उम्मीदवार को मैदान में उतारना चाहती है. कांग्रेस उत्तर प्रदेश में 40 सीटों पर अपना कैंडिडेट उतारने का प्लान तैयार कर रही है.  हालांकि, बिहार में अपने सहयोगी से बातचीत कर ही आगे की रणनीति पर काम करेगी.