दस ट्रेड यूनियनों की ओर से बुधवार को बुलाई गयी देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में आए लोगों ने शहर के पड़ोसी जिलों और उपनगरों में ट्रेन सेवा बाधित की. रेलवे अधिकारियों ने यहां जानकारी दी. रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि हड़ताल समर्थकों द्वारा रेल पटरियों पर बाधा खड़ी करने के कारण पूर्वी रेलवे जोन के सियालदह और हावड़ा मंडल में कम से कम 175 लोकल ट्रेन रद्द कर दी गयीं. प्रवक्ता संजय घोष ने कहा कि दक्षिण पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर खंड में पटरियों पर कुछ जगहों पर दस मिनट से लेकर आधे घंटे तक अवरोधक रखे गए थे लेकिन किसी ट्रेन को रद्द नहीं किया गया.
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पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने CPIM पर निशान साधते हुए कहा कि CPIM की कोई विचारधारा नहीं है. रेलवे पटरियों पर बम लगाना 'गुंडागर्दी' है. आंदोलन के नाम पर यात्रियों की पिटाई की जा रही है और पथराव किया जा रहा है. यह 'दादागिरी' है, आंदोलन नहीं. मैं इसकी निंदा करती हूं. पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता निखिल चक्रवर्ती ने कहा कि सियालदह मंडल हड़ताल से सर्वाधिक प्रभावित रहा जहां सुबह से 128 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा.
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हावड़ा मंडल में 47 और ईएमयू लोकल को रद्द किया गया और दस मेल तथा एक्सप्रेस ट्रेनों का रास्ता रोका गया. चक्रवर्ती ने कहा कि सभी मंडलों में ट्रेन सेवाएं अवरोधक हटाने के बाद दोपहर एक बजे तक सामान्य हो गईं. उत्तरी सियालदह खंड में अशोक नगर और हाबरा जैसी जगहों पर बिजली के तारों के ऊपर केले के बड़े बड़े पत्ते फेंके गए और सियालदह दक्षिणी खंड में देउला और मगरहट स्टेशनों पर ट्रेन को रोकने के लिए पटरी पर रेलवे स्लीपर रख दिए गए. इन अवरोधकों को रेलवे अधिकारियों द्वारा हटवाया गया.
Source : Bhasha