25 साल पहले आवंटित जमीनों का हक पीडितों को मिलेः उपमा अग्रवाल, आप उपाध्यक्ष महिला मोर्चा
उपमा ने कहा कि, जहां ये जमीन है ,पहले यहां से बगल में एक नाला बहता था जहां से पानी सीधा टोंस नदी में जाता था. लेकिन भू माफियाओं ने इस बरसाती नाली को भर दिया और समतल मैदान बनाकर प्लॉटिंग शुरू कर दी.
highlights
- पटवारी से लेकर शासन प्रशासन ,सभी से ये लोग गुहार लगा चुके हैं
- भू माफियाओं ने इस बरसाती नाली को भर दिया
- मीनों पर कब्जा जमाए भू माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई करने वाला नहीं
उत्तराखंड:
आप उपाध्यक्ष महिला मोर्चा उपमा अग्रवाल ने प्रेमपुर माफी कौलागढ़ पहुंचकर ,वहां रह रही महिलाओं की समस्याओं को जाना. इस दौरान उपमा अग्रवाल ने कहा, बीजेपी के राज में भू माफियाओं का एकछत्र राज हो गया है ,जो किसी भी जमीन पर बेहिचक प्लाटिंग कर डालते हैं. उन्होंने बताया कि कौलागढ़ क्षेत्र के प्रेमपुर माफी इलाके में कुछ महिलाओं को उनके पट्टे की जमीनें नहीं दी जा रही हैं जबकि उन सभी लोगों को ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान द्वारा 25 साल पहले पट्टे जारी कर दिए गए थे. उपमा ने कहा कि अगर यहां के लोगों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो आप पार्टी यहां के लोगों के हक के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ प्रदर्शन करेगी.
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उपमा ने कहा कि, जहां ये जमीन है ,पहले यहां से बगल में एक नाला बहता था जहां से पानी सीधा टोंस नदी में जाता था. लेकिन भू माफियाओं ने इस बरसाती नाली को भर दिया और समतल मैदान बनाकर प्लॉटिंग शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि ,वहां की महिलाएं अपनी पट्टे की जमीनें मांग रही हैं ,जिन्हें बार बार टाला जा रहा है. यहां की महिलाओं का कहना है कि जो भू भाग उन्हें कभी आवंटित हुए थे वहां पहले से ही मकान बन चुके हैं. पटवारी से लेकर शासन प्रशासन, सभी से ये लोग गुहार लगा चुके हैं, लेकिन इनकी फरियाद किसी ने नहीं सुनी. आज ये लोग अपनी जमीनों के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं लेकिन इनकी जमीनों पर कब्जा जमाए भू माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई करने वाला नहीं है. उपमा अग्रवाल ने कहा कि गरीबों का शोषण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा चाहे इसके लिए कोई भी संघर्ष करना पडे. भू माफियाओं को आज कुछ रसूख वाले लोगों का सरंक्षण प्राप्त है, इसलिए वो लोग अब यहां बने मकानों को भी नुकसान पहुंचाने से नहीं कतरा रहे हैं. एक विधवा गरीब महिला के 26 साल पुराने मकान को जबरन तोडने की कोशिश भी भू माफियाओं द्वारा की जा रही है ,ताकि उस जमीन को औने पौने दाम में खरीद कर लाखों का मुनाफा कमाया जा सके. पीडित महिला द्वारा पुलिस,विधायक सबको अवगत कराया गया ,लेकिन उस महिला को अब तक न्याय नहीं मिला.
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उपमा अग्रवाल ने कहा कि ये सरकार गरीबों के शोषण करने वालों को संरक्षण देने वाली सरकार है ,और इस सरकार में गरीबों की सुनवाई नहीं होती. आज 25 साल के पुराने हक के लिए यहां के लोगों को संघर्ष करना पड रहा है ,लेकिन शासन प्रशासन मौन है. इसके साथ जहां प्रापर्टी डीलरों ये प्लाटिंग की जा रही है . उन्होंने कहा,वहां लेखाकार ऑफिस की बाउंड्री लगती है ,जो कंस्ट्रक्शन करने से टूट गई है और एजी ने उन प्रॉपर्टी डीलर्स पर मुकदमा भी किया हुआ है.
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