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Uttarkashi Tunnel Collapse: सुरंग मे फंसे मजदूरों को खाने में मिला 'वेज पुलाव, पनीर और रोटी'...अगले 24 घंटे अति-महत्वपूर्ण

Utarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे श्रमिकों के लिए जिस होटल में फंसे लोगों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है उसके मालिक अभिषेक रमोला ने बताया कि हमने उनके(श्रमिक) लिए लगभग 150 पैकेट खाना बनाया हैं

Updated on: 21 Nov 2023, 11:27 PM

New Delhi:

Utarkashi Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है. मजदूरों को निकालने की यह कवायद पिछले 9 दिनों चल रही है, बावजूद इसके अभी रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी तरह से सफलता नहीं मिल पाई है. हालांकि इस बीच राहत की बात यह हुई कि एक पाइप के जरिए मजदूरों से संपर्क करने में कामयाबी मिली है. इस सफलता के कारण न केवल इंडोस्कॉपिक कैमरे के जरिए मजदूरों की तस्वीर और वीडियो बनाने में मदद मिली है, बल्कि पाइप के माध्यम से उनके परिजन उनसे बातचीत करने में भी कामयाब हुए हैं, जिससे अब उनको भी यकीन हो चला है कि टनल में फंसे मजदूरों को देरी से ही सही लेकिन सही सलामत बाहर निकाल लिया जाएगा. 

मजूदरों तक पाइप के माध्यम से पहुंचाया जा रहा खाना

इस बीच एक पाइप के माध्यम से टनल में फंसे मजदूरों को खाना भी मुहैया कराया जा रहा है. ऐसे में लोगों के मन में उत्सुकता है कि टनल में फंसे मजदूर आखिर क्या खा- पी रहे होंगे. तो हम आपको बता दें कि उत्तरकाशी के एक होटल से खाना मंगवा कर टनल में फंसे लोगों को दिया जा रहा है. उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे श्रमिकों के लिए जिस होटल में फंसे लोगों के लिए खाना तैयार किया जा रहा है उसके मालिक अभिषेक रमोला ने बताया कि हमने उनके(श्रमिक) लिए लगभग 150 पैकेट खाना बनाया हैं. सभी डॉक्टर की देखरेख में तैयार किए गए हैं... हमने सभी को आसानी से पचने वाला खाना दिया है.

कुक ने बताया मजदूरों को दिया जा रहा कैसा खाना

कुक संजीत राणा ने बताया कि  उन्हें(श्रमिक) कम मिर्ची, कम मसालेदार और कम तेल वाला खाना दिया जा रहा है... पाइप छोटा है इसलिए इतना खाना दिया जा रहा है जो आसानी से अंदर तक जा सके. वहीं,  उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान पर DM अभिषेक रूहेला ने बताया कि 800 एमएम व्यास के पाइप को आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है. जैसे ही वो पहले वाले पाइप की लंबाई को पार करेगा, ड्रिलिंग के लिए मशीन भी लगा दी जाएगी. अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण रहेंगे.

राहत व बचाव कार्य में अगले 24 घंटे बहुत महत्वपूर्ण

उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना के बाद जारी बचाव कार्य पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने बताया कि  इस समय एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना के इंजीनियर, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, बीआरओ और भारत सरकार की अन्य तकनीकी एजेंसियां ​​वहां काम कर रही हैं. वहां 10 दिन में अलग अलग चुनौतियां सामने आई हैं. 3-4 अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ भी साइट पर आए हैं...वहां पर्याप्त जगह है अंदर जहां मजदूर फंसे हुए हैं वहां राशन, दवा और अन्य जरूरी चीजें कंप्रेसर के जरिए उस जगह पहुंचाई जा रही हैं जहां मजदूर फंसे हैं..."