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उत्तराखंड आपदा: अपनों की तलाश के लिए तपोवन टनल के पास ग्रामीणों का जमावड़ा, बोले- अंदर फंसे हैं 150 लोग

उत्तराखंड के चमोली स्थित रैणी क्षेत्र में आए बर्फीले तूफान और बाढ़ से तबाही के 5 दिन बाद भी सैकड़ों जिंदगियों की अभी तक पता नहीं चला है. अब तक 37 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं.

Updated on: 12 Feb 2021, 01:50 PM

चमोली:

उत्तराखंड के चमोली स्थित रैणी क्षेत्र में आए बर्फीले तूफान और बाढ़ से तबाही के 5 दिन बाद भी सैकड़ों जिंदगियों की अभी तक पता नहीं चला है. अब तक 37 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं. जबकि बाकी लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. तपोवन टनल के अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए भी युद्ध स्तर पर बचाव कार्य चल रहा है. अब आसपास के गांवों के लोग भी तपोवन टनल के पास अपनों की जानकारी जुटाने के लिए पहुंच गए हैं. इन लोगों को अभी तक ये नहीं मालूम है कि उनके अपने लोग जिंदा भी है या नहीं. बड़ी संख्या में महिलाएं और स्थानीय लोग टनल के पास पहुंचे हैं. इस दौरान स्थानीय लोग भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं.

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तपोवन टनल के पास पहुंचे लोगों का कहना है कि एनटीपीसी के अधिकारी यहां से लापता हैं. यहां आधे से ज्यादा लोग ठेकेदारी में काम कर रहे थे. एनटीपीसी के अधिकारियों ने यहां काम कर रहे आधे से ज्यादा लोगों का नाम लिस्ट में डाला ही नहीं है. हमें एनटीपीसी के अधिकारी सभी लोगों की लिस्ट बताएं. स्थानीय महिलाओं ने कहा कि टनल के अंदर करीब 100 से 150 आदमी फंसे हो सकते हैं. ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि यहां काम काफी धीमी गति से काम हो रहा है और इसे पूरा करने में महीनों लग जाएंगे. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से यह भी अपील की है कि यहां से उन लोगों को विस्थापित किया जाए. यहां अक्सर ब्लास्ट किए जाने की वजह से मकानों को नुकसान होता है. 

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उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के अनुसार अब तक 37 शव बरामद किए जा चुके हैं और 200 से ज्यादा लोग लापता हैं. अब तक 2 व्यक्ति जीवित मिले हैं. सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं. एनडीआरएफ के अधिकारी ने बताया कि लगातार हमारी टीम यहां काम कर रही है. नई मशीनों के द्वारा भी यहां काम शुरू हो चुका है. नदी के किनारे भी हम अपनी एक टीम भेज रहे हैं ताकि वहां रास्ते में जो शव फंसे हो उसका पता लगा सकें.

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उधर, डीएम चमोली ने बताया है कि एनटीपीसी के सीएमडी आ चुके हैं और उनके टेक्निकल टीम भी आ चुकी है. जिसके बाद वह अब सारे कार्य अपने सुपर विजन में कराएंगे. प्रशासन के द्वारा उन्हें सहयोग दिया जा रहा है टनल से लोगों को निकालने की कोशिशें लगातार जारी है. वहीं उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन टनल के 12 मीटर नीचे छोटी टनल है, जहां संभावना थी कि कुछ लोग फंसे हुए हैं. लेकिन हम कल 6 मीटर तक ही ड्रिल कर पाए थे. लेकिन आज हम वहां दूसरी मशीन लगाकर फिर से ड्रिल करने का प्रयास करेंगे.