Uttarakhand: सीएम धामी ने की राज्य की पहली योग नीति की शुरुआत, कहा- योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाएंगे
Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने बताया कि इन ज़ोन्स के माध्यम से राज्य में रोजगार सृजन को भी गति मिलेगी, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों से हो रहे पलायन पर अंकुश लगेगा.
Uttarakhand: मुख्यमंत्री ने बताया कि इन ज़ोन्स के माध्यम से राज्य में रोजगार सृजन को भी गति मिलेगी, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों से हो रहे पलायन पर अंकुश लगेगा.
International Yoga Day 2025: उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण शुक्रवार को ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनी, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रदेश की पहली योग नीति का औपचारिक शुभारंभ किया. इस मौके पर सीएम ने घोषणा की कि राज्य को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा.
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सीएम धामी ने दिया संदेश
मुख्यमंत्री ने 'हर घर योग, हर जन निरोग' का संदेश देते हुए कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन बनाए जाएंगे. इन क्षेत्रों को योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिक पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
CM Dhami perform yoga 1
रोजगार के पैदा होंगे नए अवसर
सीएम धामी ने कहा कि इस पहल से राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और पर्वतीय क्षेत्रों से हो रहे पलायन पर भी रोक लगेगी. साथ ही, दो आधुनिक नगर विकसित किए जाएंगे जो वेलनेस और योग उद्योग के वैश्विक हब के रूप में काम करेंगे. दुनिया भर से योग विशेषज्ञ, आयुर्वेदिक संस्थान और आध्यात्मिक गुरु इन केंद्रों से जुड़ेंगे.
20 लाख तक मिलेगी सब्सिडी
नई योग नीति के अंतर्गत योग केंद्र खोलने पर 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी, और योग व प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़े शोध कार्यों के लिए 10 लाख रुपये तक का रिसर्च ग्रांट मिलेगा. मार्च 2026 तक सभी आयुष हेल्थ वेलनेस सेंटर्स में योग सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी, जबकि 2030 तक राज्य में 5 योग हब स्थापित किए जाएंगे.
Children performing Yoga Photograph: (News Nation)
कई देशों के राजनायिक बने हिस्सा
इस ऐतिहासिक मौके पर मैक्सिको, नेपाल, फिजी, मंगोलिया, रूस, श्रीलंका, सूरिनाम और लातविया के राजनयिकों ने भी हिस्सा लिया. सभी प्रतिनिधियों ने सीएम धामी के साथ सामूहिक योग किया. योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण की उपस्थिति ने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की.
कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री ने छात्रों व नागरिकों से संवाद किया और युवाओं से योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील की. उन्होंने कहा, 'योग सिर्फ व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवन दर्शन है, जिसने विश्व को जोड़ने का कार्य किया है.'
संस्कृति और प्रकृति का मिलनस्थल है भराड़ीसैंण
भराड़ीसैंण को मुख्यमंत्री ने संस्कृति और प्रकृति का संगम बताते हुए कहा कि यह स्थान अब नीति निर्माण, योग और आध्यात्मिक गतिविधियों का नया केंद्र बन रहा है.
विशेष उपस्थिति में शामिल प्रमुख हस्तियां
विशेष उपस्थिति में कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मैक्सिको के राजदूत फेडेरिको सालास, नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा, चमोली डीएम संदीप तिवारी, एसपी सर्वेश पंवार समेत कई गणमान्य अधिकारी व हजारों योग प्रेमी शामिल रहे.