कोरोना वायरस (Corona Virus) पूरे देश में कहर बरपा रहा है. जिसके चलते सभी लोग दहशत में है. कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल मॉल सहित कई संस्थाओं को बंद कर दिया है. इसको लेकर उत्तराखंड सरकार ने भी कड़े कदम उठाया है. सरकार (Trivendra singh rawat) ने 50 से अधिक लोगों को एक साथ जमा होने से मना किया है. प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए सामाजिक, राजनीतिक और अन्य गतिविधियों में 50 और उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक लगा दी गई है.
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सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों की भी सेवाएं ली जाए
साथ ही सरकार ने निर्णय लिया है कि आपात स्थिति में सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों की भी सेवाएं ली जाए. इसके अलावा मेडिकल, नर्सिंग और पेरामेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों को भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया है. इस दौरान आइसोलेशन और क्वारंटाइन के लिए प्रोटोकॉल निर्धारित करने, जिलों के साथ लगातार वीडियो कांफ्रेंसिंग करने, मास्क, सेनिटाइजर और अन्य जरूरी उपकरणों की निर्बाध सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्णय लिया गया है.
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कोरोना वायरस महामारी घोषित
इसके अलावा उन्होंने बताया कि थर्मल स्कैनर, वेंटिलेटर और एयर प्यूरीफायर आदि की खरीदारी की जा सकेगी. बैठक में मुख्य सचिव ने सभी विभागों को तैयारियों को पुख्ता करने के साथ ही स्वच्छता पर विशेष फोकस रखने के निर्देश दिए. कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद अब प्रदेश सरकार इसकी रोकथाम को लेकर गंभीरता से कदम उठा रही है. इस कड़ी में शासन ने सभी राजकीय व निजी चिकित्सालयों में रोगियों से मिलने वाले लोगों के आने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है. सरकार ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को अस्पतालों में रोगियों से मिलने का समय समाप्त करने के आदेश दिए हैं.