उत्तराखंड जल-प्रलय : तपोवन सुरंग से 3 लोगों के शव बरामद, 163 लोग अभी भी लापता
उत्तराखंड (Uttarakhand) के आपदाग्रस्त चमोली (Chamoli) जिले में तपोवन सुरंग से रविवार तड़के दो शव बरामद किए गए हैं.
highlights
- तपोवन सुरंग से रविवार तड़के दो शव बरामद
- बाढ़ में मारे गए 40 लोगों के शव अब तक बरामद
- 164 अन्य लोग अब भी लापता, तलाश जारी
चमोली:
उत्तराखंड (Uttarakhand) के आपदाग्रस्त चमोली (Chamoli) जिले में तपोवन सुरंग से रविवार तड़के 3 शव बरामद किए गए हैं. इसी के साथ चमोली की ऋषिगंगा घाटी (Rishiganga Valley) में 7 फरवरी को आई बाढ़ में मारे गए 41 लोगों के शव अब तक बरामद हो चुके हैं. हालांकि 163 अन्य लोग अब भी लापता हैं. इन लापता लोगों में तपोवन सुरंग (Tapovan tunnel) में फंसे 25 से 35 वे लोग भी शामिल हैं, जो आपदा के समय वहां काम कर रहे थे. सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा पिछले एक सप्ताह से संयुक्त बचाव अभियान चलाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें : आंध्र प्रदेश में बड़ा सड़क हादसा, बस और ट्रक की टक्कर में 13 लोगों की मौत
बताया जा रहा है कि इनमें से एक शख्स की शिनाख्त हो गई है, जबकि पहचान आलम सिंह के रूप में हुई है. कहा जा रहा है कि टनल में 130 मीटर अंदर यह शव मिले हैं. हालांकि पहले चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में दो शव बरामद हुए हैं. शवों को मुर्दाघर ले जाया जा चुका है. रेस्क्यू ऑपरेशन पर तेज़ी से काम चल रहा है. कुछ वक्त के बाद एक और शव मिलने की जानकारी सामने आई.
इससे पहले शुक्रवार को 2 और लोगों के शवों को बरामद किया गया था. बता दें कि चमोली जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रविवार की सुबह के जलप्रलय के बाद लगभग 204 लोग लापता हो गए थे. जिसमें से अब तक कुल 40 लोगों के शव मिले हैं, जबकि 163 लोग लापता हैं. मृतकों की शिनाख्त करना भी प्रशासन के लिए मुश्किल हो रहा है. बताया जाता है कि अभी तक महज 10 शवों की पहचान की गई है. शीर्ष पुलिस सूत्रों ने कहा कि पहचान की प्रक्रिया कठिन होती जा रही है, क्योंकि अधिकांश लोग तपोवन क्षेत्र में अपने प्रियजनों की तलाश कर रहे हैं, जो आपदा के बाद से लापता हैं.
यह भी पढ़ें : किसान आंदोलन LIVE: आज किसान देंगे पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जिस पल वे सुनते हैं कि एक शव बरामद हुआ है, सभी लोग पहचान के लिए आ जाते हैं. हमें ऐसी परिस्थितियों में बहुत शांत रहना होगा, क्योंकि यह मुद्दा बेहद संवेदनशील है.' हालांकि अब उत्तराखंड सरकार ने राज्य के चमोली जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों से बरामद सभी शवों या अंगों के डीएनए नमूने संरक्षित करने का फैसला किया है. आपदा के बाद अब तक बरामद किए गए सभी शवों या अंगों के डीएनए सैंपल जिले के गोपेश्वर पुलिस स्टेशन के एक डीप फ्रीजर में रखे जा रहे हैं.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें