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त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद कैबिनेट ने भी दिया इस्तीफा

Trivendra Singh Rawat Cabinet also resigns : उत्तराखंड में राजनीति उथल-पुथल जारी है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद उनकी कैबिनेट ने भी त्यागपत्र दे दिया है.

Updated on: 09 Mar 2021, 07:12 PM

highlights

  • राज्यपाल ने त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनकी कैबिनेट का इस्तीफा स्वीकारा
  • उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा पर कसा तंज
  • बुधवार को होगी विधायक दल की बैठक, नए सीएम पर होगा फैसला 

नई दिल्ली:

Trivendra Singh Rawat Cabinet also resigns : उत्तराखंड में राजनीति उथल-पुथल जारी है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बाद उनकी कैबिनेट ने भी त्यागपत्र दे दिया है. राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मुख्यमंत्री और कैबिनेट का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. राज्यपाल के आदेश के अनुसार, उत्तराखंड में अगली सरकार गठित होने तक मुख्यमंत्री कार्यवाहक मुख्यमंत्री और मंत्री परिषद के सभी मंत्री कार्यवाहक मंत्री के तौर पर शासन का कार्य करेंगे. इसे लेकर राज्य के मुख्य सचिव ने निर्देश जारी किए हैं.  आपको बता दें कि बुधवार को विधायक दल की बैठक में नए सीएम पर मुहर लगेगी. उत्तराखंड के सभी बीजेपी सांसद को देहरादून बुलाया गया है. विधानमंडल की बैठक के दौरान पर्यवेक्षक और प्रभारी के साथ मौजूद रहेंगे.

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने से साफ है कि भाजाप अपने कार्यकाल में जनता के दिलों में नहीं उतर पाई है. उन्होंने आगे कहा कि वह कांग्रेस की सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन प्रदेश में चुनाव होने के पक्ष में हैं और भाजपा को सत्ता छोड़कर चुनाव के मैदान में आना चाहिए.

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा- 4 साल में सिर्फ 9 दिन शेष रह गए

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मैं लंबे समय से राजनीति में हूं. सीएम के चार साल पूरा होने में सिर्फ 9 दिन शेष रह गए हैं. इस दौरान मीडिया ने पूछा कि आपके इस्तीफा की क्या वजह है तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में जानने के लिए आपको दिल्ली जाना पड़ेगा. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पार्टी (BJP) ने मुझे चार साल उत्तराखंड के लोगों की सेवा करने का मौका दिया. उत्तराखंड का सीएम बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. ये मेरे के लिए स्वर्णीम अवसर है. मेरे पिता जी पूर्व सैनिक थे. छोटे से गांव से थे. बीजेपी में ये संभव था. पार्टी ने मुझे सम्मान दिया. पार्टी ने यह तय किया कि अब किसी नए चेहरे को मौका देना चाहिए. मेरे सीएम के चार साल के कार्यकाल में 9 दिन कम रह गए थे.  

इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा में कोई फैसले सामूहिक होते हैं. अब मेरी जगह किसी और को मौका मिलेगा. सामान्य कार्यकर्ता को पार्टी ने बड़ा सम्मान दिया है. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे कहा कि हमने चार साल में उत्तराखंड के विकास में बहुत काम किया है. सरकार ने महिलाओं के लिए भी बहुत काम किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश के लोगों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे ये मौका दिया. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे कहा कि बुधवार को पार्टी के विधायक दल की बैठक होगी. इस बैठक में फैसला होगा कि उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा.