उत्तराखंड के राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने सोशल मीडिया पर सोमवार को उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री बताने वाली पोस्ट को गलत और निंदनीय बताते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस प्रशासन को इस संबंध में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में सहकारिता और उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रावत ने कहा, ‘‘मुझे यह सूचना प्राप्त हुई है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर मुझे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में दर्शाया जा रहा है जो बिल्कुल ही गलत और बेहद निंदनीय है.
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मैं ऐसे लोगों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और ऐसे लोगों के खिलाफ मेरे द्वारा पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.’’ सोशल मीडिया पर फैलायी जा रही इस गलत खबर को सत्य न मानने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि स्वयं पृथक होने के बावजूद वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के इस कठिन दौर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत निरंतर वीडियो कॉन्फ्रेंस तथा फोन के माध्यम से मंत्रियों, विधायकों तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दे रहे हैं.
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इस बीच, सत्ताधारी भाजपा ने प्रदेश में कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने संबंधी अफवाहों को विपक्ष के दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा बताया है. उन्होंने इस कृत्य को घृणित और निंदनीय बताया. प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी अजेंद्र अजय ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर मुख्यमंत्री रावत ने खुद ही अपने को घर पर पृथक किया है और वे दूरभाष और अन्य माध्यमों से सभी आवश्यक कार्य निपटा रहे हैं.
प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज समेत उनके परिवार और स्टॉफ के 22 सदस्यों के कल रविवार को कोरोना वायरस संक्रमित पाए जाने के दो दिन पहले शुक्रवार को उनके कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेने की बात सामने आने के बाद प्रदेश में हडकंप मच गया था. प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने स्पष्ट किया है कि भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार, कम जोखिम वाले संपर्क होने के कारण मंत्रिमंडल को पृथक किए जाने की जरूरत नहीं है. हांलांकि, मुख्यमंत्री रावत तथा कुछ मंत्री स्वयं घर में पृथक हो गये हैं.