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वोट देने से पहले देखें प्रत्याशी का रिपोर्ट कार्ड: मोहनिया

आज विकासनगर पहुंचे आप प्रभारी दिनेश मोहनिया ने युवा संवाद में भाग लिया. उन्होंने वहां मौजूद सैकड़ों युवाओं से संवाद करते हुए कहा,की संवाद हमेशा दो तरफा होना चाहिए. उन्होंने संवाद से पहले कई युवाओं को अपने सवाल पूछने के लिए निमंत्रण दिया.

Updated on: 25 Dec 2021, 11:50 PM

highlights

  • विकासनगर पहुंचे आप प्रभारी मोहनिया ने किया युवाओं से संवाद
  • अब सिर्फ काम की राजनीति होगी हावी
  • नेताओं को वोट देने से पहले अपने बच्चों के भविष्य को लेकर हों चिंतित

नई दिल्ली :

आज विकासनगर पहुंचे आप प्रभारी दिनेश मोहनिया ने युवा संवाद में भाग लिया. उन्होंने वहां मौजूद सैकड़ों युवाओं से संवाद करते हुए कहा,की संवाद हमेशा दो तरफा होना चाहिए. उन्होंने संवाद से पहले कई युवाओं को अपने सवाल पूछने के लिए निमंत्रण दिया. जिसमें कई युवाओं ने उनसे अलग अलग सवाल पूछे. इसके बाद उन्होंने अपना संबोधन शुरु किया.उन्होंने युवाओं से संवाद के दौरान, कहा कि उत्तराखंड में कोई भी दल ऐसा नहीं कि जो यह बता सके कि वोट क्यों देना है. नेता वोट लेने आते हैं और उसके बाद 5 साल गायब हो जाते हैं. नेता अपने झूठ के दम पर जनता से वोट मांगते हैं और दोबारा गायब हो जाता है. बीते 60 साल से यही होता आ रहा है.

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उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड में स्कूल,अस्पताल सबके बुरे हाल हैं. लेकिन अगर हालात अगर आज भी यही हैं तो आपके विधायक ने 5 साल किया क्या. जनता को अब जवाब मांगना ही होगा. उन्होंने कहा कि अब जो भी नेता आपके पास वोट मांगने आए, उससे 5 साल का हिसाब जरुर लीजिए. अगर सवाल आप पार्टी का हो तो आप पार्टी यहां पहली बार चुनाव लडने जा रही है. लेकिन आप अपने दिल्ली के रिश्तेदारो से पूछ सकत हैं कि आप पार्टी ने दिल्ली में कोई काम किया या नहीं. अगर आपके रिश्तेदार कहें कि, आप पार्टी वाले काम करते हैं तो ही आप पार्टी को वोट देना.

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की राजनीति में दल बदल होना आम बात हो गई है. हरक सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, हरक सिंह रावत पहले बीजेपी में गए और अब एक बार फिर वो वापस कांग्रेस में जाने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने 5 साल सत्ता की मलाई खाई और अब उन्हे एक बार फिर कांग्रेस की याद आ गई है. यह यहां के नेताओं का यही चरित्र है. उन्हेांने कहा कि अब व्यवस्था बदलनी ही चाहिए. अब काम की बात होनी चाहिए. आज अगर कोई विकासनगर में बीमार हो गया तो उसे देहरादून ले जाया जा सकता है. लेकिन अगर किसी की तबीयत पहाडों में खराब हो जाए तो उसको वहां इलाज नहीं मिल पाता.