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पहले कुंभ और अब चारधाम यात्रा, अनुमति देने पर उत्तराखंड सरकार को पड़ी लताड़

देशभर में कोरोना वायरस महमारी के हर दिन ढाई लाख से अधिक नए मरीज और रिकॉर्ड तोड़ते मौतों की यह संख्या सच्चाई, जिससे हम रोजोना दो चार हो रहे हैं. कमोबेश देश के हर एक राज्य की यह खौफनाक तस्वीर.

Updated on: 21 May 2021, 11:49 AM

highlights

  • उत्तराखंड सरकार को हाईकोर्ट की फटकार
  • चारधाम यात्रा को अनुमति देने पर लताड़ा
  • कोरोना टेस्टिंग को लेकर भी फटकार लगाई

नैनीताल:

देशभर में कोरोना वायरस महमारी के हर दिन ढाई लाख से अधिक नए मरीज और रिकॉर्ड तोड़ते मौतों की यह संख्या सच्चाई, जिससे हम रोजोना दो चार हो रहे हैं. देश के हर एक राज्य में ऐसे ही खौफनाक हालात हैं. पहाड़ी राज्य भी इससे अछूते नहीं रहे हैं. चाहे वह उत्तराखंड ही क्यों न हो, जहां बिगड़ते हालात इस बात की जोर जोर से गवाही देते हैं. इन सबके बीच पहले कुंभ मेले का आयोजन और अब चारधाम यात्रा को अनुमति, जिसको लेकर उत्तराखंड सरकार को लताड़ लगी है. नैनीताल हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को कोरोना महामारी के बीच धार्मिक आयोजनों को लेकर फटकार लगाई है.

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हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश आरएस चौहान और न्यायमूर्ति आलोक वर्मा की पीठ ने राज्य सरकार को पहले कुंभ मेले और अब चारधाम को अनुमति देने के लिए फटकार लगाई और कहा कि 'जाओ और देखो कि क्या हो रहा है'. इसके साथ ही नैनीताल उच्च न्यायालय ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के लिए टेस्ट की लगातार घटती संख्या से पता चलता है कि राज्य सरकार खुद को और लोगों को भी धोखा दे रही है. हाईकोर्ट ने क्वारंटीन सेंटरों की बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया.

आपको बता दें कोरोना वायरस के बीच उत्तराखंड में बद्रीनाथ, केदारनाथ समेत चारों धामों के कपाट खोल दिए गए हैं. हर साल इन चारों धामों, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री धाम की यात्रा की जाती है, जिसे चारधाम यात्रा कहते हैं. हालांकि आपको यह भी बता दें कि इस बार कोरोना वायरस के चलते चारधाम यात्रा को पहले ही स्थगित कर दिया गया है. चारों धाम के कपाट निर्धारित समय पर खोले गए, जिनमें तीर्थ-पुरोहित मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ करेंगे. लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया.

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यह भी ज्ञात हो कि हाल ही में उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन हुआ था, जिसमें बहुत से साधु संत कोरोना वायरस से संक्रमित मिले थे. यहां कुछ संतों की मौत भी हो गई थी. जिसके बाद कुंभ के आयोजन को लेकर सवाल भी उठे थे. हालांकि बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बात कुंभ को बीच में ही स्थगित कर दिया गया था.