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महंत नरेंद्र गिरी मौत मामला: सीबीआई के रडार पर हरिद्वार के कई प्रॉपर्टी डीलर

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की आत्महत्या से जुड़े मामले के तार अब हरिद्वार के कई प्रॉपर्टी डीलरों से जुड़ते नजर आ रहे हैं. महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझने के बजाय अब उलझती जा रही है.

Updated on: 25 Sep 2021, 09:19 AM

highlights

  • आनंद गिरि ने प्रॉपर्टी विवाद के संबंध में किए थे कुछ खुलासे
  • जांच एजेंसी नरेंद्र गिरि के कॉल रिकॉर्ड को खंगालने शुरू किए
  • सीबीआई पूरे मामले में अब प्रॉपर्टी के एंगल से भी जांच कर रही है

हरिद्वार:

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की आत्महत्या से जुड़े मामले के तार अब हरिद्वार के कई प्रॉपर्टी डीलरों से जुड़ते नजर आ रहे हैं. महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत की गुत्थी सुलझने के बजाय अब उलझती जा रही है. गिरि के शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार से गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने अखाड़ों की जमीन और प्रॉपर्टी के विवाद के संबंध में कुछ खुलासा किए थे. जिसके बाद से अब जांच एजेंसी नरेंद्र गिरि के कॉल रिकॉर्ड को खंगालने शुरू कर दिए हैं इस बीच एजेंसी को हरिद्वार के कुछ प्रॉपर्टी डीलरों से कई बार बात होने का भी पता चला है. पूरे मामले में जांच एजेंसी अब प्रॉपर्टी के एंगल से भी जांच कर रही है. फिलहाल पूछताछ को लेकर हरिद्वार के प्रॉपर्टी डीलरों के बीच हड़कंप मच गया है. 

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हरिद्वार में अखाड़ों के पास हैं अकूत संपत्तियां
हरिद्वार अखाड़ों का गढ़ रहा है. यहां कई अखाड़ों के मुख्यालय हैं. यहां मौजूद अखाड़ों के पास लगभग हर हिस्से में कीमती जमीनें है. इस वजह से यहां के प्रॉपर्टी डीलरों और अखाड़े के महंतों के बीच में सांठगांठ लंबे समय तक चलती आ रही है. इन्हीं सांठगांठ की वजह से धर्म, परमार्थ और जनहित के उद्देश्य से अर्जित की गई संपत्तियां अब अपार्टमेंट्स, शॉपिंग कॉंप्लेक्स और मॉल में तब्दील हो रही हैं. हरिद्वार स्थित कई अखाड़ों की संपत्तियों को लेकर विवादों की चर्चा आम है. साल दर साल यहां ऐसे अपार्टमेंट और सोसाइटी की संख्या बढ़ रही है, जो अवैध ढंग से अखाड़ों की ज़मीनों पर खड़े हैं.

पूर्व में विवादों की वजह से कई संतों की हो चुकी हैं हत्याएं
हरिद्वार में धार्मिक संपत्तियों की खरीद-फरोख्त न सिर्फ विवादित बल्कि रक्त रंजित रही है. राज्य गठन के बाद से अब तक हरिद्वार के दर्जनों संतो की हत्या और संदिग्ध मौत हो चुकी है. इस हत्या के प्रमुख वजह संपत्तियों की खरीद-फरोख्त का विवाद ही बताया जा रहा है. इन सभी संतों की हत्या के पीछे प्रमुख विवाद हमेशा से संपत्ति ही रही है. एजेंसी भी अब इस मामले में तह तक जाना चाहती है. फिलहाल यहां के प्रॉपर्टी डीलर सीबीआई के रडार पर जरूर आ गई है.