Kedarnath Helicopter Crash: उत्तराखंड में एक दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसा हुआ है. केदारनाथ से गौरीकुंड की ओर जा रहा एक हेलीकॉप्टर लैंडिंग से कुछ ही पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में पायलट समेत कुल सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसा सुबह करीब 5:20 बजे हुआ, जब हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी थी. शुरुआती जांच के अनुसार, खराब मौसम, घना कोहरा और तेज हवाएं दुर्घटना की वजह मानी जा रही हैं.
इन राज्यों के यात्री थे सवार
मृतकों में उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के दो-दो, जबकि उत्तराखंड, गुजरात और राजस्थान के एक-एक यात्री शामिल हैं. हादसे के बाद मौके पर पहुंचे बचाव दल को शवों की पहचान में दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि वे बुरी तरह झुलस चुके हैं. अधिकारियों ने बताया कि डीएनए जांच के बाद ही शव परिजनों को सौंपे जाएंगे.
सीएम ने बुलाई आपात बैठक
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपात बैठक बुलाई और सख्त निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि अब उच्च हिमालय क्षेत्रों में उड़ान भरने वाले पायलटों के लिए अनुभव अनिवार्य होगा. साथ ही सभी एविएशन कंपनियों को मानकों का सख्ती से पालन करना होगा. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इस हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने फिलहाल चारधाम हेलीकॉप्टर सेवा पर रोक लगा दी है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एक कंट्रोल एंड कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा, ताकि हेलीकॉप्टर सेवाओं पर बेहतर निगरानी रखी जा सके.
इस साल पांचवा हेलीकॉप्टर हादसा
हैरानी की बात यह है कि चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद यह इस साल का पांचवां हेलीकॉप्टर हादसा है. इससे पहले 8 मई को उत्तरकाशी में गंगोत्री मार्ग पर एक हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी. 17 मई को केदारनाथ में एयर एंबुलेंस भी क्रैश हुई थी, हालांकि उसमें सभी यात्री बच गए थे.
हेलीकॉप्टर हादसों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन गई है. हर साल लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर जाते हैं, ऐसे में एक छोटी चूक भी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है. अब जरूरत है कड़े नियमों और सुरक्षा मानकों के साथ उड़ानों की समीक्षा की.