केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं. वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सैकड़ों-हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में बाबा केदार के मंदिर के कपाट खोले गए. कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं ने मंदिर के अंदर जलती अखंड जोत को प्रणाम किया. इसके बाद शिव तांडव, शिवाष्टक और केदाराष्टक का जाप किया गया. बाबा केदार का रुद्राभिषेक भी हुआ.
सबसे पहले बाबा का भीष्म शृंगार हटाया गया
मंदिर में सबसे पहले कर्नाटक के वीरशैव लिंगायत समुदाय के मुख्य रावल भीमशंकर पहुंचे. उन्होंने मंदिर में पहुंचते ही बाबा केदार पर छह माह पहले चढ़ाए गए भीष्म श्रृंगार को साफ किया. धाम में इस वक्त 2500 लोग मौजूद हैं. भीड़ मैनेज और श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन करवाने के लिए मंदिर प्रशासन टोकन सिस्टम का इस्तेमाल कर रहा है. अब अगले छह माह तक भक्त बाबा के दर्शन कर पाएंगे.
तीन महीने में 25 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
उम्मीद है कि अगर मौसम इस बार जून से लेकर अगस्त तक सही रहता है तो 25 लाख से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं. 30 अप्रैल यानी अक्षय तृतीया के दिन से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पहले ही खुल गए थे. अब चार मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोल जाएंगे.
सीएम धामी बोले- श्रद्धालुओं के अनुभव को अच्छा बनाने के लिए किया काम
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि चार धाम यात्रा में किसी भी को भी परेशानी न हो. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीय से शुरू हो गई है. दो दिन बाद भगवान बद्रीनाथ के भी कपाट खुल जाएंगे. यात्रा फिर पूरे जोरों-शोरों से शुरू हो जाएगी. हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि श्रद्धालुओं की यात्रा सेफ हो और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो. हमने इसके लिए प्रोपर मैनेजमेंट किया है.